चरित्र पर संदेह को लेकर पत्नि का हत्यारा पुलिस की गिरफ्त में।
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
चोरई। निर्दोष पत्नि की हत्या के मामले में छिदंवाडा (चौरई) पुलिस ने हत्यारे पती पर कार्यवाही की है ? पति ने पत्नि के चरित्र पर सक संदेह को लेकर पत्नि की लोहे चाकू से मारकर हत्या की थी, छिन्दवाडा जिले के चारई पुलिस ने आरोपी को 24 घंटे के अन्दर गिरफ्तार कर मामले की त्वरित विवेचना 05 दिवस में पूर्ण करते हुए अभियोग पत्र न्यायालय पेश कर दिया।
छिंदवाड़ा।पुलिस अधीक्षक छिंदवाड़ा मनीष खत्री एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवधेश प्रताप सिंह द्वारा मृतिका की मृत्यु के सबंध में सघनता से जांच कर उक्त हत्याकांड का खुलासा करने एवं आरोपी को सजा दिलाने के उदेश्य से मामले की गुणवत्तापूर्ण विवेचना कर शीघ्र ही न्यायालय में पेश करने हेतु अनु.अधि.पुलिस चौरई श्री सौरव तिवारी के नेतृत्व में टीम गठित कर थाना प्रभारी चौरई श्री दिलीप पंचेश्वर को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये, दिनांक 24/08/24 को थाना चौरई अंतर्गत ग्राम राजलवाडी में हुई हत्या के मामले की गंभीरता को देखते हुए मामले की विवेचना स्वंय के द्वारा की गयी। दिनांक 24/08/24 को ग्राम राजलवाडी में पत्नी ममता पति रामे काकोडिया उम्र 50 वर्ष नि. राजलवाडी की हत्या करने वाले पति आरोपी रामे पिता स्व.गुलाबी काकोडिया उम्र 55 साल निवासी राजलवाडी ने चरित्र संदेह के चलते लोहे के चाकू से मारकर की थी, चौरई पुलिस ने आरोपी के विरूध्द अप.क्र.674/24 धारा 103(1) बीएनएस पंजीबध्द कर आरोपी को घटना के तुरंत बाद पुलिस टीम के द्वारा गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा, मामले की विवेचना भौतिक साक्ष्य, फोरेसिंक टीम द्वारा संकलित कर साक्ष्य, परीक्षण प्रयोगशाला की ओर भेजते हुए आरोपी के विरूध्द 05 दिवस के अन्दर मामले की विवेचना पूर्ण कर अभियोग पत्र क्रमांक 657/24 दिनांक 29/08/24 तैयार कर माननीय . न्यायालय. रामप्रसाद सिंह न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी चौरई, जिला छिदंवाडा में पेश किया जाकर प्र.क्र. 373/24 दिनांक 30/08/24 को प्राप्त किया गया। फलस्वरूप प्रकरण के आरोपी द्वारा किये गये कृत्य की सजा दिलाये जाने एवं जनमानस में शांति का माहौल बनाये रखने के उदेश्य से पुलिस टीम के द्वारा गंभीरता से मामले में त्वरित कार्यवाही की गई । महत्वपूर्ण भूमिका- थाना प्रभारी निरीक्षक दिलीप पंचेशवर, उ.नि.लता मेश्राम, सउनि शेख असगर अली, सतीश दुबे, आर. राजू भारती , सागर चौहान की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। बताते हैं कि आदतन सक्की मिजाज का आरोपी पति अपनी हंसमुख पत्नि के चरित्र पर आये दिन सक-संदेह करता रहता था? सूत्रों की माने तो बचपन मे गलतियों के कारण वह अपनी पत्नि को संतुष्ट नहीं कर पाता था? इसलिए आये दिन दोनों मे वाद विवाद होते रहता था! इसलिए उसमे सक-संदेह घर कर लिया था? कि मेरी पत्नि मुझसे संतुष्ट नहीं रहती वह अपनी काम वासना की भूख मिटाने सूने में किसी के साथ जरुर चक्कर हो सकता है?