अगले CM की आधिकारिक घोषणा का बेसब्री से इंतज़ार
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
मुंबई। महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा महायुति गठबंधन द्धारा अधिकारिक घोषणा का सभी को वेसब्री से इंतज़ार है। हालांकि एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने पुष्टि की है कि भाजपा का दमदार उम्मीदवार सीएम का पद संभालेगा और गठबंधन में अन्य दलों से उपमुख्यमंत्री होंगे. वहीं एकनाथ शिंदे सतारा के अपने गांव से मुंबई वापस लौट आए हैं.
महाराष्ट्र में विजयी महायुति गठबंधन के लिए मुख्यमंत्री का नाम अभी घोषित नहीं किया गया है. लेकिन एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने पुष्टि की है कि भाजपा का उम्मीदवार शीर्ष पद संभालेगा और गठबंधन में अन्य दलों से उपमुख्यमंत्री होंगे. अजीत पवार ने यह भी कहा कि नए सीएम के लिए शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को होगा.
महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने भी पुष्टि की कि समारोह 5 दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में होगा. रिपोर्टों ने यह भी संकेत दिया है कि कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे भाजपा आलाकमान द्वारा लिए गए फैसले से ‘नाराज’ थे और गुरुवार को दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद अपने पैतृक गांव चले गए थे. बैठक से पहले शिंदे ने स्पष्ट किया था कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा मुख्यमंत्री पद पर कोई भी फैसला उन्हें स्वीकार्य होगा.
मालूम हो कि MVA ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के साथ कथित समस्याओं को भी उठाया है, जिसमें कई नेताओं ने पेपर बैलेट का उपयोग करके पुनर्गणना की मांग की है. 280 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जबकि उसके सहयोगी- एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने क्रमशः 57 और 41 सीटें हासिल कीं.
शिंदे की शिवसेना में विवाद, MLA ने अपनी ही पार्टी के केंद्रीय मंत्री पर लगाया आरोप
एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना में आंतरिक कलह खुलकर सामने आ गई है. विधायक संजय गायकवाड ने अपनी ही पार्टी के नेता केंद्रीय मंत्री प्रतापराव जाधव और विधायक संजय कुटे पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मंत्री प्रतापराव जाधव ने चुनाव में हमारी मदद नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी पार्टी के नेताओं ने अपना काम नहीं किया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि महागठबंधन में शामिल बीजेपी और अजित पवार की एनसीपी ने भी उनके खिलाफ काम किया है. इसलिए, नई सरकार बनाने की कवायद के बीच भी शिंदे की शिवसेना में आंतरिक विवाद सामने आ गया है
दिल्ली में सत्ता साझेदारी की बैठक खत्म होने के बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आराम करने के लिए अपने पैतृक गांव सतारा चले गए और राज्य की राजनीति में इसके उलट चर्चा शुरू हो गई. बीजेपी की शानदार सफलता के बाद शिंदे इस बात से नाराज बताए जा रहे हैं कि पार्टी नेतृत्व ने मुख्यमंत्री का पद सहयोगी दलों को न देने के अपने स्पष्ट रुख से अवगत करा दिया है. इसी नाराजगी के चलते दिल्ली की मीटिंग खत्म हो गई और वह आराम करने सतारा चले गए. दो दिनों तक दरे गांव में रहने के बाद रविवार को उन्होंने मीडिया से बातचीत की है.
उधर शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने रविवार को दावा किया कि विधानसभा चुनाव परिणामों की घोषणा के एक हफ्ते से अधिक समय बाद भी महायुति सरकार बनाने और मुख्यमंत्री तय करने में असमर्थ रही है,जो महाराष्ट्र का “अपमान” है. एक्स पर एक पोस्ट में ठाकरे ने यह भी पूछा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन अभी तक क्यों नहीं लगाया गया है. महायुति के सबसे बड़े घटक बीजेपी पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने दावा किया कि बिना सरकार बनाने का दावा किए शपथ ग्रहण की तारीख घोषित करना पूरी अराजकता है.
महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सतारा में कहा कि अभी मेरी तबीयत अच्छी है. मैं यहां पर आराम करने आया था. चुनाव में बहुत भाग दौड़ हो गई थी. मैंने एक दिन में 8-10 सभाएं की थी. मैंने 2-2.5 साल के कार्यकाल में कोई छुट्टी नहीं ली थी. सरकार जनता के आवाज वाली सरकार है. मेरा समर्थन सरकार के साथ है… प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह जो कहेंगे उसे मेरा पूरा समर्थन है. हमारे तीनों दलों में समन्वय है.
महाराष्ट्र सीएम लाइव: महाराष्ट्र के सीएम पर भाजपा के फैसले का समर्थन करेंगे,
महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को कहा कि नए मुख्यमंत्री का फैसला बीजेपी करेगी और उन्होंने अपने पूर्ण समर्थन का भरोसा दिया, जबकि महायुति सहयोगियों के बीच सरकार गठन को लेकर किसी भी मतभेद को खारिज कर दिया. अटकलों के बीच कि शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे को उपमुख्यमंत्री का पद मिल सकता है और शिवसेना गृह मंत्रालय की मांग कर रही है, शिंदे ने कहा कि महायुति के सहयोगी- बीजेपी, एनसीपी और शिवसेना- सर्वसम्मति से सरकार गठन का निर्णय लेंगे. गौरतलब है कि महाराष्ट्र चुनावों में महायुति की भारी जीत के एक हफ्ते से अधिक समय बाद भी, जिसमें बीजेपी 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, नई सरकार का शपथ ग्रहण अभी बाकी है। महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ठाणे पहुंचे है।
महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपने गांव से एक बार फिर ठाणे पहुंच गए है. शिंदे के अपने गांव चले जाने के बाद से महाराष्ट्र में सीएम के नाम को लेकर आशंकाओं का दौर एक बार फिर से तेज हो गया. मगर शिंदे ने कहा कि बीजेपी से ही नया सीएम होगा और जो भी सीएम बनेगा, उसको वो अपना पूरा समर्थन देंगे.
महाराष्ट्र सीएम लाइव: नड्डा से मिले BJP के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े, महाराष्ट्र के सियासी घटनाक्रम पर चर्चा
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. इस बैठक में दोनों देशों के नेताओं ने महाराष्ट्र के सियासी घटनाक्रम पर बातचीत की है. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन को जोरदार जीत मिली है. इसके बावजूद अब तक मुख्यमंत्री के नाम का फैसला नहीं हो पाया है. इस बीच एकनाथ शिंदे अपने गांव चले गए और उनकी तबियत खराब हो गई. देवेंद्र फडणवीस ने फोन करके उनकी तबियत का हालचाल लिया.
महाराष्ट्र सीएम लाइव: महाराष्ट्र में 8 दिन से मुख्यमंत्री नहीं, क्योंकि चुनावी फैसला लोगों की इच्छा के खिलाफ: राउत
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में अप्राकृतिक जनादेश आया है. जिसमें महायुति ने विधानसभा चुनावों में बड़ी जीत हासिल की. इसके कारण पिछले आठ दिनों से मुख्यमंत्री के चयन में देरी हो रही है. राउत ने संकेत दिया कि महायुति में मतभेदों के कारण कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को सरकार गठन के प्रयासों के बीच सतारा जिले में अपने गांव जाना पड़ा. गौरतलब है कि शुक्रवार को तय एक महत्वपूर्ण महायुति बैठक को स्थगित कर दिया गया क्योंकि शिंदे अपने पैतृक गांव चले गए, जिससे चुनाव परिणामों के एक सप्ताह बाद सरकार गठन में देरी हुई.