राजस्थान से योगी बाबा बालकनाथ होंगे मुख्यमंत्री? भाजपा के हिंदूत्व कार्ड का सबसे बड़ा चेहरा
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
जयपुर । राजस्थान में ये अलवर से भाजपा के सांसद हैं। विधानसभा चुनाव में भी इन पर दांव लगाया गया। तिजारा सीट पर बाबा बालकनाथ ने कांग्रेस के इमरान खान को मात दी। बाबा ने 110209 वोट हासिल किए जबकि खान को 104036 वोट मिले। राजस्थान विधानसभा चुनाव की हॉट सीट तिजारा पर 25 नवंबर को मतदान भी 85.70 प्रतिशत हुआ था।
बाबा बालकनाथ सीएम की दौड़ में क्यों?
भाजपा ने साल 2017 में यूपी विधानसभा चुनाव जीतने के बाद सूबे की कमान योगी आदित्यनाथ के हाथ में सौंप दी थी। बाबा बालकनाथ जनता के बीच राजस्थान के योगी के नाम से भी फेमस हैं।
खुद आदित्यनाथ योगी इनको नामांकन पत्र भरवाने भी तिजारा आए थे। इसके लिए चुनावी रैली को सम्बोधित किया था। बाबा बालकनाथ व योगी आदित्यनाथ की जीवन शैली व राजनीतिक विचारधारा मिलती-जुलती है। ऐसे में हर किसी को लग रहा है कि यूपी की तर्ज पर राजस्थान में भी भगवाधारी सीएम बन सकता है।
इसलिए भी पुख्ता हो रहा है दावा
बाबा बालकनाथ राजस्थान के नए मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में शामिल हैं। यह बात उस वक्त और पुख्ता हो गई जब 3 दिसंबर को मतगणना में जीत दर्ज करने के बाद महंत बालकनाथ योगी व जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत को हाईकमान ने दिल्ली बुला लिया। वसुंधरा राजे सिंधिया राजस्थान में ही रहीं।
सीएम की दौड़ और कौन भाजपा नेता?
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में 115 सीटें जीतने के बाद अब सिर्फ सीएम के चेहरे पर मंथन हो रहा है। इस दौड़ में बाबा बालकनाथ अकेले नहीं हैं। उनके अलावा जोधपुर से सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया, विद्याधरनगर से जीतीं दीया कुमारी और लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला का नाम शामिल है। वहीं, सोमवार को सोशल मीडिया पर किरोड़ीलाल मीणा को सीएम बनाओ हैशटेग भी ट्रेंड कर रहा था।
10 को शपथ वाले दावे की हकीकत
‘बाबा बालकनाथ राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में दस दिसंबर को शपथ लेंगे’ के दावे की पड़ताल के लिए हमने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से बात की। हर किसी ने कहा कि अभी सीएम फेस तय ही नहीं हुआ है। अभी तो राजस्थान में भाजपा विधायक दल की बैठक की तारीख ही तय नहीं हुई है। विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री का नाम सामने आएगा। हो सकता है कि उसमें बाबा बालकनाथ का ही नाम तय हो, मगर किसी नेता के नाम की घोषणा नहीं हुई है।
वहीं, टीम बोली बामनवास नाम के फेसबुक पेज पर सोमवार दोपहर को एक पोस्ट लगाई गई है, जिसमें लिखा है ‘राजस्थान के अगले मुख्यमंत्री जी का शपथ ग्रहण समारोह 10 दिसंबर 2023 को शपथ लेंगे’ इसका मतलब ये है कि सीएम पद के लिए दो-दो नेताओं शपथ थोड़े ही लेंगे। यानी अभी कोई भी एक नाम तय नहीं हुआ है। नेताओं के समर्थक मनमर्जी से पोस्ट वायरल करवा रहे हैं। पूरे राजस्थान में भावी मुख्यमंत्री बाबा बालकनाथ के नाम का डंका बज रहा है? उनके नाम से जय श्रीराम के नारे गूंज रहा है।