निधि के अभाव में चंद्रपुर पावर प्लांट पंहुच मार्ग के खस्ताहाल ? पालकमंत्री मुनगंटीवार से पहल करने की मांग
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
चंद्रपुर। मानो सरकार आर्थिक संकट से जूझ रही है। इसलिए विकास निधि के अभाव में चंद्रपुर पावर प्लांट पंहुच मार्ग के खस्ताहाल है। उधर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग की अदूरदर्शिता के चलते नागपुर- चंद्रपुर स्टेट हाइवे पर स्थित होटल कुंदन प्लाजा टी पाईंट से चंद्रपुर महा ताप विद्युत केंद्र के कर्मियों और ठेकेदारी श्रमिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है। बसे अधिक परेशानी महिलाओं और स्कूली छात्र- छात्राओं को भुगतना पड रहा है? चंद्रपुर पावर प्लांट पंहुच मार्ग पर जगह-जगह गड्डे और ऊबड खाबड गड्ढों से उछलते कूदने दो पहिया और चार पहिया वाहनों के परखच्चे उड रहे हैं। वाहनों का ढांचा और टायर खराब हो रहे हैं?
भारी और वजनी मशीनों से सडक उखडना शुरु
चंद्रपुर पावर प्लांट पंहुच मार्ग पर निरंतर कोयला से भरे टिप्परों जेसीबी, पोकलेन,डोझर जैसे वाहनों की आवा-जाही से मार्ग की हालत देखकर वाहन चालकों के पशीने छूटते हैं। सबसे अधिक खराब सडक स्टेट हाईवें टी पाईंट पर ही सडक पर बडे बडे गड्ढे जिसमें वारिस का गंगा पानी कीचड और धूल की चपेट में राहगीरों और वाहन चालकों को मानसिक और शारीरिक दुख: पंहुचा रही है?
बताते हैं कि निधि के अभाव में स्टेट हाईवे की मरम्मत और रखरखाव बराबर नहीं हो पा रहा है। नागपुर-चंद्रपुर नैशनल हाईवे मार्ग की हालत ठीक करवाने के लिए कैबिनेट मंत्री श्री सुधीरभाऊ मुनगंटीवार पालक मंत्री ने इस संबंध में विशेष पहल करने की आवश्यकता महसूस की जा रहीं है।
इतना ही नहीं चंद्रपुर पावर प्लांट कर्मचारी आवास कालोनी के आंतरिक मार्गों की हालत भी चिंताजनक है? सडकों के टूटे फूटे किनारा खतरनाक दुर्घटना को आमंत्रण दे रहे हैं। विधुत कर्मचारीगण डर डरकर वाहन चलाने को मजबूर हैं? क्योंकि रात के समय यहां कालोनी के मार्ग के इर्द-गिर्द जंगली जानवर विचरण करते अनेक मर्तबा देखा गया है।