आरक्षण नहीं हटेगा! केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने देश के सामने रखे दो ऑप्शन
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
नई दिल्ली। कांग्रेस पर जमकर भड़के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जब तक भाजपा का एक भी कार्यकर्ता जिंदा है हम एससी एसटी और ओबीसी के आरक्षण को हटाने नहीं देंगे।शाह ने शनिवार को भीलवाड़ा में भाजपा प्रत्याशी दामोदर अग्रवाल और कोटा में ओम बिरला के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया। शाह ने कोटा में कहा कि अगर आपने 2019 में कांग्रेस को वोट दिया होता तो कोटा पीएफआइ का गढ़ होता।
ृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जब तक भाजपा का एक भी कार्यकर्ता जिंदा है, हम एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण को हटाने नहीं देंगे। कांग्रेस वाले आरक्षण को लेकर झूठ फैला रहे हैं। शाह ने शनिवार को भीलवाड़ा में भाजपा प्रत्याशी दामोदर अग्रवाल और कोटा में ओम बिरला के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया।
शाह ने कहा, मोदी ने जो वादे किए थे वे पूरे किए हैं। पहले चरण के चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया।शाह ने कहा, हम 400 पार की बात करते हैं तो कांग्रेस के पेट में दर्द होता है। ये झूठ के सरदार हैं। शाह ने कोटा में कहा कि अगर आपने 2019 में कांग्रेस को वोट दिया होता तो कोटा पीएफआइ का गढ़ होता। मोदी को वोट दिया तो पीएफआइ का सफाया हो गया। कांग्रेस विकास विरोधी पार्टी है।
देश के सामने दो विकल्प
शाह ने कहा कि देश के सामने दो विकल्प हैं। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और दूसरी तरफ राहुल बाबा। राहुल बाबा को 20 बार लांच किया गया, लेकिन हर बार फेल रहे हैं। कांग्रेस के पास न नीति है और न ही नीयत है। मोदी ने देश को सुरक्षित और समृद्ध रखने का काम किया है। शाह ने कहा कि जो लोग वोट बैंक के लालच में रामलला के दर्शन नहीं करते हैं, उन्हें देश की जनता कभी माफ नहीं करेगी। सोनिया और प्रियंका पर निशाना साधा : गृह मंत्री ने कहा कि हमने बहुमत का उपयोग गरीबी को हटाने और देश को सुरक्षित बनाने में किया।
केंद्रीय गृह मंंत्री अमित शाह ने कहा कि हर तीन महीने में गांधी परिवार विदेश में छुट्टी मनाने मौज करने जाते हैं। उन्होने आगे कहा कि राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी हर तीन महीने में विदेश में छुट्टी मनाने जाते हैं। प्रियंका चुनाव के बीच में थाइलैंड में छुट्टी मनाकर आई हैं। दूसरी ओर मोदी ने 23 साल में एक भी छ़ुट्टी नहीं ली है। कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी का एकमात्र एजेंडा राहुल को पीएम बनाने का है, वहीं मोदी का एजेंडा है कि मेरे भारत को महान बनाओ।