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जानिए चौलाई सब्जी खाने के फायदे अनेक जैसे वजन से लेकर नियंत्रित करता है डायबिटीज

जानिए चौलाई सब्जी खाने के फायदे अनेक जैसे वजन से लेकर नियंत्रित करता है डायबिटीज

टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट

 

नई दिल्ली। आयुर्वेदिक डॉक्टर चंद्रप्रकाश दीक्षित ने बताया है कि चौलाई की साग स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद है. यह कई पोषक तत्वों से भरपूर है. इसमें विटामिन A, B, C, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, आयरन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं.

हरी पत्तेदार सब्जियों के नाम पर बहुत से लोग अधिकतर पालक का ही सेवन करते हैं, लेकिन पालक के अलावा भी कई हरी पत्तेदार सब्जियां होती है, जो बहुत फायदेमंद होती है। जिसमें से एक है चौलाई, जिसे बहुत से लोग राजगिरा और रामदाने के नाम से भी जानते हैं। ये लाल और हरे दोनों रंग की आती है, लेकिन लाल चौलाई का साग खाने से कई जबरदस्त फायदे मिलते है। इसकी पत्तियां लाल होने के वजह से इसे बहुत से लाल साग भी करते हैं। इसमें बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हेल्थ के लिए बहुत लाभदायक होते हैं। आइये जानते हैं चौलाई खाने के फायदे

क्या-क्या मिलते हैं और इसके सेवन का सही तरीका क्या है

चौलाई के साग में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें विटामिन A, विटामिन C, विटामिन B और विटामिन K भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, इसके अलावा इसमें आयरन, कैल्शियम, फ़ास्फ़ोरस, मैंगनीज, सेलेनियम, मैगनीशियम समेत कई मिनरल्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। साथ ही इसमें कैलोरी, प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर भी पाया जाता है, जो आपके शरीर को हेल्दी रखने में मदद करता है। वहीं, आपको वजन कम करना हो या शरीर में खून की कमी को दूर करना हो, चौलाई खाने से कई फायदे मिलते हैं।

चौलाई को भारत में कुछ मसालों, लहसुन और प्याज के साथ भुनकर तैयार किया जाता है, जिसे साग कहा जाता है। वहीं, कभी-कभी इसे मसूर की दाल के साथ भी पकाया जाता है, जिसे चावल और रोटी के साथ खाया जाता है। चौलाई को आंध्र प्रदेश में मूंग दाल या तूर दाल के साथ पकाया जाता है, जिसे तोटकुरा पप्पू कहा जाता है। चौलाई के पत्तो से केरल में चीरा थोरन नाम का एक व्यंजन बनाया जाता है। वहीं, तमिलनाडु में कीरई मसियल नाम से व्यंजन बनाया जाता है, जिसे उबले चावल के साथ खाया जाता है।

वहीं, विदेशों की बात करें तो चीन में इसे कई सूपों और स्टिर-फ्राई बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ग्रीस में डंडेलिओन, मस्टर्ड ग्रीन , चिकोरी ग्रीन के अलावा जैतून का तेल और नींबू के रस के साथ खाया जाता है। इस व्यंजन का नाम व्रास्ता चोर्टा है।

चौलाई खाने के फायदे

अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं, तो आप इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। चौलाई में कैलोरी और फैट दोनों ही बहुत कम मात्रा में पाया जाता है, जो आपको वजन कंट्रोल करने में मदद करता है। वहीं, इसमें पाया जाने वाला फाइबर आपको जल्दी भूख नहीं लगने देता है। इसलिए जो वजन कम करना चाहते हैं, उनके लिए यह एक अच्छा विकल्प है।

इसके साग का सेवन करने से आपके शरीर में इम्यूनिटी बूस्ट होती है। दरअसल इसमें विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं, जो आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है। जिसकी वजह से आप कई बीमारियों से दूर रहते हैं।

इसका सेवन करने से पेट की समस्याएं भी दूर होती है। इसें पाए जाने वाला फाइबर आपके पाचन तंत्र मजबूत होता है। साथ ही कब्ज, गैस और एसिडिटी की समस्या भी दूर होती है और पेट भी साफ सही तरह से होता है।

चौलाई के पत्तियों में भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। इसके साथ ही गठिया और ऑस्टयोपोरोसिस के रोग में आराम मिलता है।

अगर आपके शरीर में खून की कमी हो गई है तो आप इसका सेवन कर सकते हैं। दरअसल इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, विटामिन ए, आयरन और जिंक पाया जाता है, जो अपके शरीर में तेजी से खून बनाने में मदद करता है। जिससे आपको एनीमिया की समस्या से निजात मिलेगा।

इसके साग का सेवन करने से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल कम और गुड कोलेस्ट्ऱ़ॉल बढ़ता है। इसके साथ ही इसमें फाइटोन्यूट्रिएंट्स भी पाए जाते हैं, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।

चौलाई खाने के फायदे डायबिटीज के मरीजों को भी मिलते हैं। इसे खाने से आपकी भूख कंट्रोल में रहती है, जिसकी वजह से आप बार-बार नहीं खाते हैं और आपका ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है।

अगर आपको आंखों की देखने की क्षमता को बेहतर करना चाहते हैं तो आप इसका सेवन कर सकते हैं। इसमें पाया जाने वाला विटामिन A और विटामिन C आपके आंखों को हेल्दी रखते हैं।

जिन लोग हाइपोग्लाइसीमिया की समस्या से पीड़ित है उन्हें इसका सेवन करने से बचना चाहिए।

शुगर के मरीजों का इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। ज्यादा मात्रा में इसे खाने से आपको समस्या हो सकती है।

कच्चो चौलाई के बीज का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह शरीर के कुछ पोषक तत्वों पर बुरा असर डाल सकता है।

चौलाई की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसका सेवन गर्मी के मौसम में सीमित मात्रा में ही करें।

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निष्कर्ष

चौलाई की पत्तियों में प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, कॉपर, आवश्यक विटामिन, मैग्नीशियम, ज़िंक और मैंगनीज भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जिसकी वजह से यह बाकी पत्तेदार सब्जियों की तुलना में आपको अधिक पोषक तत्व प्रदान करता है। वहीं, इसका सेवन करने से लाल रक्त कोशिकाओं का काउंट बढ़ाया जा सकता है। शरीर के अच्छे हेल्थ के लिए आप इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं, लेकिन इससे पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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*सहर्षसूचनार्थ नोट्स:-*

 

इस लेख में बताई गयी जानकारी सामान्य और सार्वजनिक स्रोतों से ली गई है। यह किसी भी तरह से चिकित्सा सुझाव या सलाह नहीं है। अधिक और विस्तृत जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

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