उद्धव ठाकरे को CM के रुप में देखना चाहती है महाराष्ट्र की जनता
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
मुंबई।उद्धव ठाकरे ने कहा है कि मुख्यमंत्री बनना मेरी कभी ख्वाहिश नहीं रही? परंतु महाराष्ट्र राज्य के लाखों मतदाता जनता-जनार्दन और कार्यकर्ता उन्हे मुख्य मंत्री के रुप में देखना पसंद कर रहे है?
शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने की आकांक्षा कभी नहीं रखी। आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के चेहरे के साथ उतरने के प्रति महा विकास आघाडी (एमवीए) सहयोगियों की अनिच्छा की पृष्ठभूमि में उनका यह बयान सामने आया है।
उद्धव ठाकरे का बड़ा आरोप है वर्तमान महाराष्ट्र सरकार के साथ खड़ी है।
अहमदनगर में प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि उनकी (नवंबर) 2019 में भी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा नहीं थी। ठाकरे ने कहा, चाहे मैं सत्ता में रहूं या नहीं, मैं लोगों के समर्थन से सशक्त महसूस करता हूं। उनके पिता आदरणीय बालासाहेब (ठाकरे) कभी भी सत्ता में नहीं थे, लेकिन लोगों के समर्थन के कारण सभी शक्तियां उनमें निहित थीं।
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वह पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए प्रदर्शन कर रहे राज्य सरकार के कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे। ठाकरे ने पिछले महीने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) और कांग्रेस से महा विकास आघाडी के लिए मुख्यमंत्री पद का चेहरा तय करने के लिए कहा था, लेकिन उन्हें सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली। एमवीए के मुख्य वास्तुकार और राकांपा (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि गठबंधन को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
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पवार ने कहा था कि मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार इस आधार पर तय किया जाएगा कि गठबंधन में कौनसी पार्टी सबसे अधिक सीट जीतती है। ठाकरे ने आगे कहा कि महाराष्ट्र के लोग उनकी ताकत हैं। उन्होंने कहा, जब तक आप मेरा समर्थन करेंगे तब तक कोई मुझे सेवानिवृत्त नहीं कर सकता। (भाषा)