महाराष्ट्र में MVA के सीएम चेहरे के सवाल पर असमंजस की स्थिती
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
मुंबई। महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (MVA) में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर असमंजस की स्थिति के बीच नेताओं में खींचतान जारी है.हालकि शरद पवार ने अभि शांति बनाए रखने की हिदायत दी है कि सीधी सी बात है जिनकी संख्या अधिक होगी वही मुख्यमंत्री पद का दावेदार रहेगा? उधर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले और पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने स्पष्ट कर दिया है कि महाविकास आघाडी का जो भी प्रत्याशी मुख्यमंत्री बनेगा हम उनका स्वागत और अभिनंदन करेंगे?
इस बीच शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इसे लेकर अपनी स्थिति साफ कर दी है.
महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है. महाविकास अघाड़ी (MVA) में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर अभी भी किसी का नाम स्पष्ट तौर से फाइनल नहीं किया गया है.
उधर पिछली मुलाकात में NCP चीफ शरदचंद्र पवार ने अपने भतीजे अजीतदादा को स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि अजीत अगर भाजपा वाले तुम्हे मुख्य मंत्री बनाने को तैयार हैं तो ठीक है वर्ना कोई फायदा नहीं है?
हालांकि शिवसेना (यूबीटी) के नेता लगातार उद्धव ठाकरे को सीएम पद के लिए दावेदार बताते रहे हैं. इस बीच खुद उद्धव ठाकरे ने प्रतिक्रिया देते हुए सीएम पद को लेकर अपनी स्थिति साफ की है.
महाराष्ट्र के अहमदनगर के कोपरंगाव में एक सम्मेलन के दौरान रविवार (15 सितंबर) को पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, ”मैं मुख्यमंत्री बनने का सपना नहीं देख रहा, पहले भी नहीं देखता था और अब भी नहीं देख रहा हूं.”
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने महाविकास अघाड़ी में सीएम फेस को लेकर कुछ दिन पहले कहा था कि उद्धव ठाकरे जी ने कभी नहीं कहा कि वो मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. उन्होंने कहा था, ”अगर कांग्रेस या एनसीपी (एसपी) के पास कोई चेहरा होगा तो सामने लाना चाहिए, उद्धव ठाकरे उस चेहरे का समर्थन करने के लिए तैयार हैं, लेकिन उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र की जनता के दिलों में हैं.”और महाराष्ट्र राज्य की तमाम मतदाता जनता-जनार्दन उद्धव ठाकरे को मुख्य मंत्री के रुप में देखना चाहती है।
हालांकि इस महीने की शुरुआत में संजय राउत ने शरद पवार की ओर से सीएम पर को लेकर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि पवार साहब बिल्कुल सही बोल रहे हैं. नतीजों के बाद ही मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला होगा. उन्होंने कहा, “जनता के मन में जो चेहरा है, जनता उसी को मुख्यमंत्री बनाएगी. पवार साहब की बात शत-प्रतिशत ठीक है.”
उन्होंने ये भी कहा था कि हमारा सबसे पहला काम है इस राज्य की महायुति गठबंधन की भ्रष्ट सरकार को हटाना और मुख्यमंत्री पद के बारे में कभी भी चर्चा कर सकते हैं.
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल भी इसी साल समाप्त हो रहा है, लेकिन भारतीय निर्वाचन आयोग ने अभी यहां चुनाव कार्यक्रम की घोषणा नहीं की है. राज्य में इसी साल नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना जताई जा रही है.
आगामी महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव में उद्धव ठाकरे की शिवसेना को बहुमत मिलने के आसार नजर आ रहे हैं।
इस संबंध में लाखों-करोडों मुंबई महाराष्ट्र वासियों का मानना है कि उन्हे रुपए धन दौलत की आवश्यकता नहीं? अपितु उन्हे आत्मसुरक्षा की आवश्यकता और उन्हे शिव सेना उद्धव ठाकरेङही आत्मसुरक्षा दिला सकते हैं।