बारूद के ढेर पर बैठा है छिन्दवाडा अवैध पेट्रोल और पटाखा फैक्ट्रियां
टेकचंद्र शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
छिंदवाड़ा।मध्यप्रदेश के छिन्दवाडा जिले मे प्रचुर मात्रा मे ज्वलनशील पदार्थ कोयला का उत्पादन बहुतायत मे होता है.अनेक खदानों के कोलयार्डों मे आग से कोयला धंधक रहा है. परिणामत: पश्चिमी कोयला अंचल धूलधूसरित धुंआ प्रदूषण की चपेट में आ गया है. यहां की निर्दोष जनता-जनार्दन धुंआ प्रदूषण से हैरान और परेशान हैं.वहीं दूसरी तरफ दिवाली से पहले छिंदवाड़ा शहर बारूद के ढेर पर बैठा नजर आ रहा है। छिन्दवाडा नगर निगम क्षेत्र के पाठा ढाना और रामगढ़ी जैसे घनी आबादी वाले इलाकों में पटाखा फैक्ट्रियां और गोदाम खुलेआम संचालित हो रहे हैं।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, रामगढ़ी क्षेत्र में चल रही 2 फैक्ट्रियों में न तो सुरक्षा के उचित इंतजाम हैं और न ही कोई सूचना पटल लगाया गया है। यहां बारूद और रासायनिक सामग्री के बीच मजदूर बिना किसी सुरक्षा उपकरण के काम कर रहे हैं।
वहीं, पाठा ढाना क्षेत्र में फैक्ट्री के चारों ओर अब घर बन चुके हैं, जिससे किसी भी समय बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।गौरतलब है कि कुछ वर्ष पूर्व मोक्षधाम के पास एक पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट में कई लोगों की जान जा चुकी है, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन की लापरवाही जारी है।
वही सिवनी रोड पर भी लाइन से फटका गोदाम और शोरूम संचालित हो रहे हैं जिनके आस पास अब सैकड़ों घर बन चुके हैं और हजारों लोग वहां निवास कर रहे हैं.इतना ही नहीं शहर के अनेक जगह-जगह अवैध शराब की बिक्री और रात के समय पर रात के अंधेरे मे अवैध और अनैतिक यौन संबंध जिसमे यूज किए गए निकृष्ट कॉन्डोम के तुकडे सडक किनारे पाये जा सकते हैं. इतना ही नहीं अनेक ठिकानों मे मोटर सायकल और चार पहिया वाहनों रिपेयरिंग और पंच्चर की दुकानों मे धडल्ले से बिक रहा पेट्रोल और शराब, गांजा और बिडी सिगरेट की गंध और सुगंधित तम्बाखू युक्त पान गुटखा की पीक से जहां देखो वहां शहर की धरती लहूलुहान सी नजर आ रही है.
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो यहां किसी समय बडा हादसा हो सकता है.और यहां की भोली भाली नागरिक जनता-जनार्दन भगवान को कोसेंगे कि हे भगवान तूने ये अच्छा नहीं किया.यह किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती हैं।लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इन फैक्ट्रियों की सुरक्षा जांच कर तत्काल बंद कराया जाए।
इस सम्बन्ध में एडीएम धीरेंद्र सिंह का कहना है कि आबादी क्षेत्र के सम्बन्ध में जांच टीम गठित कर उचित कारवाही की जाए अन्यथा इसकी परिणति सभी को भुगतना पड सकता है.चुंकि यहां नागरिक जनता-जनार्दन के रहनुमा समझे जाने वाले जनप्रतिनिधि गण अपनी सस्ति लोकप्रियता और वाही वाही के भूखे भेड़ियों की तरह सिर्फ और सिर्फ कार्यक्रमों और समारोहों मे लम्बे चौंडे आकर्षणदार भाषण देकर भोली भोली जनता को मूर्ख बनाने मे माहिर नजर आ रहे हैं. उन्हें छिन्दवाडा जिला के शहर और ग्रामीण जनता-जनार्दन की मुख्य समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है. चुंकि करोडों अरब रुपए की लागत से निर्माणाधीन सर्वांगीण विकास निधि से लाखों की कमीशन खोरी की उगाही से जरा सी भी फुर्सत नही है? “अपना काम बनता और भांड में गई जनता: की कहावत चरितार्थ हो रही है?