मराठा आरक्षण पर पवार अपना रुख स्पष्ट करें : पंकजा मुंडे का बयान
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
मुंबई।भाजपा की पूर्व मंत्री MLC पंकजा मुंडे ने कहा कि सभी दल खुद को मजबूत बनाना चाहते हैं, लेकिन उन्हें किसी वजह से साथ आना होगा. राज्य में जो कुछ हो रहा है, उसपर नेताओं को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले पंकजा मुंडे ने बड़ा बयान दिया है,
भारतीय जनता पार्टी (BJP) की विधान परिषद सदस्य पंकजा मुंडे ने सोमवार (29 जुलाई) को कहा कि महाराष्ट्र के सबसे अनुभवी नेता एनसीपी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार को मराठा आरक्षण के मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए. पंकजा मुंडे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य इस मुद्दे पर शरद पवार का रुख जानने के लिए उत्सुक है.
पंकजा मुंडे ने कहा, “सभी दल खुद को मजबूत बनाना चाहते हैं, लेकिन उन्हें किसी वजह से साथ आना होगा. राज्य में जो कुछ हो रहा है, उसपर नेताओं को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए. शरद पवार को आरक्षण के मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.” वहीं आगामी विधानसभा चुनावों में बीजेपी को हराने के लिए मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे की अपील पर मुंडे ने कहा, “कोई व्यक्ति जो चाहे कह सकता है, लेकिन इन घोषणाओं का तब तक कोई महत्व नहीं होगा जब तक उन पर अमल नहीं किया जाता है.”
शरद पवार ने क्या कहा?
बीजेपी नेता ने आगे कहा कि वह वंचित बहुजी अघाड़ी के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर को आरक्षण मुद्दे पर उनके राज्यव्यापी दौरे के लिए शुभकामनाएं देती हैं. उन्होंने कहा, “मैं उनकी रैली को सकारात्मक दृष्टि से देखूंगी. राजनीति में मेरा उद्देश्य यह है कि समुदाय एकजुट होकर खड़े हो, एक-दूसरे के खिलाफ नहीं.”
दरअसल, एनसीपी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार के बयान पर महाराष्ट्र में सियासी बवाल खड़ा हो गया है. उन्होंने कहा है कि चिंता है कि कहीं मणिपुर जैसी स्थिति महाराष्ट्र में भी न हो जाए. उन्होंने राज्य में ओबीसी और मराठा आरक्षण का जिक्र करते हुए ये बात कही थी. वहीं शरद पवार के बयान पर एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना के नेता संजय निरुपम ने बड़ा हमला किया है.