मुख्यमंत्री की रेस में नही है एकनाथ शिंदे : निर्णय महायुति के हाथ में
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने महायुति के सीएम चेहरे को लेकर बड़ा बयान दिया है. ‘क्या आप सीएम बनना चाहते हैं’ के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं राज्य का भला सीएम की रेस से बाहर हुए एकनाथ शिंदे?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बीच शिवसेना प्रमुख और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि ‘मैं महाराष्ट्र सीएम पद की रेस में नहीं हूं.’ शिंदे ने कहा कि महायुति में सीएम पद को लेकर रेस नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारी रेस इस बात के लिए है कि महाराष्ट्र में महायुति को बहुमत के साथ सरकार नें लाना है. महाराष्ट्र का विकास करना, लोगों के जीवन में सुधार और जीवन में बदलाव लाना है.
उन्होंने ‘सीएम कौन बनेगा’ के सवाल पर कहा कि वो पता चलेगा. मैं महाराष्ट्र का भला चाहता हूं. उन्होंने कहा कि मुझे क्या मिलेगा, इससे महाराष्ट्र की जनता को क्या मिलेगा, हमारी जनता को क्या मिलेगा, मैं ये चाहता हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि ये भी तय है कि सीएम महायुति का ही होगा.
इससे पहले भी सीएम पद के सवाल पर शिंदे ने कहा था कि हमारा मुख्य उद्देश्य महायुति सरकार को सत्ता में लाना है. हमारा ध्यान विकास प्रक्रिया को गति देने पर भी है. जब महाराष्ट्र विरोधी और विकास विरोधी महा विकास अघाड़ी ने ढाई साल तक राज्य पर शासन किया, तो राज्य एक दशक पीछे चला गया था. अगर एमवीए फिर से सत्ता में आती है, तो राज्य और लोगों को भारी नुकसान होगा.
हमें कोई जल्दबाजी नहीं है- एकनाथ शिंदे
उन्होंने कहा था, “अब तक इस बात पर कोई फैसला नहीं हुआ है कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा. हमें कोई जल्दबाजी नहीं है. चुनाव के बाद बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी के नेता और बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व एक साथ बैठकर विचार-विमर्श के बाद सीएम पद पर फैसला लेगा. हम किसी पद के लिए नहीं, बल्कि महाराष्ट्र के समग्र विकास के लिए एक साथ आए हैं.”
इसके साथ ही शिंदे ने दावा किया था कि विपक्षी नेताओं की कटु आलोचनाओं के बावजूद महायुति गठबंधन विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत हासिल कर एक बार फिर सरकार बनाएगी. बता दें कि राज्य में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के साथ भाजपा और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल हैं.