राजस्थान के अजमेर में दो अवैध बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
अजमेर। देश के अलग-अलग राज्यों में अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। राजस्थान के अजमेर में दरगाह थाना पुलिस ने दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है। पुलिस के अनुसार, दोनों बांग्लादेशी कई साल से अजमेर में रह रहे थे। पुलिस अब तक यहां से छह बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर चुकी है। दरगाह थाना प्रभारी दिनेश कुमार जीवनानी ने मीडिया को बताया कि दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों खानाबदोश हैं। एक नागरिक 2021 और एक 2019 में यहां आया था और वापस चला गया था। फिर दोबारा वह 2022 में यहां आया था। दोनों भीख मांगते हैं, और छोटे-छोटे काम भी करते हैं। बांग्लादेश रुपये ट्रांसफर करने को लेकर थाना प्रभारी ने कहा कि इसकी जांच की जा रही है। गिरफ्तार नागरिकों की पहचान सैफुल इस्लाम और नूर मोहम्मद के रूप में हुई है। नूर मोहम्मद एक बार अजमेर आकर वापस चला गया था। फिर दोबारा यहां आ गया था। ये सीमा पार करके भारत में दाखिल होते हैं। बता दें कि पुलिस का दरगाह क्षेत्र में लगातार अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ अभियान जारी है। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर अभियान चलाकर दोनों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उन्होंने अवैध रूप से चोरी छिपे बेनापोल बॉर्डर करके भारत में प्रवेश किया था।
जानकार सूत्रों की माने तो देश के विभिन्न हिस्सों के महानगरों और शहरों के राजनीतिक गलियारों, धनाढ्य व्यवसायियों और औधोगिक घरानों मे बांग्लादेशी युवकों ने मजदूरी के मामले में अपनी ईमानदारी कार्यों सेवा श्रुशुषा के माध्यम से विश्वास अर्जित कर लिया है? बांग्लादेशी मजदूर वर्ग मालिकों और मालकिनों के पांव दबाने बेहतर मसाज करने और झाडू पोझा से लेकर सभी आवश्यक कार्यों मे माहिर होकर अपनी पैठ बनाना शुरु कर दिया है? इस तरह भविष्य में ये बांग्लादेशी मजदूर अपने मालिकों की चल व अचल संपति पर कब्जा कर सकते हैं. क्योंकि उनकी सेवा कार्य के मद्देनजर मालिक और मालकिन उन बांग्लादेशी मजदूरों पर फिदा हो चुके हैं.सूत्रों के मुताबिक सरकार ने यदि समय रहते चेता नहीं तो उन बांग्लादेशियों आश्रयदाताओं को भुगतना पड सकता है.