रात मे पटना जंक्शन परिसर में सजता है खूबसूरत लडकियों का देह बाजार
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
पटना। बिहार की राजधानी पटना रेलवे पटना जंक्शन के पास शाम ढलते ही देह बाजार सजता है.इस देह बाजार चलने वाले गंदे धंधे का पर्दाफाश पटना पुलिस की टीम छापेमारी करने नालंदा रवाना कर तस्करों को तलाश रही है पुलिस देह व्यापार संचालन के आरोप में गांधी मैदान थाने में हुई प्राथमिकी ग्राहकों को गिरफ्तार किया था?
बिहार के पटना रेलवे जंक्शन के पास चल रहा देह बाजार के रैकेट का पर्दाफाश हुआ है?
पटना जंक्शन पर देह व्यापार का धंधा किस तरह चल रहा है, यह बात लालजी टोला में हुई छापेमारी के बाद खुलकर सामने आ गया है। लालजी टोला से रानी (काल्पनिक नाम) की जिस महिला को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, वह पहले भी खुद भी कालगर्ल रह चुकी है। उम्र अधिक होने के बाद जब उसके ग्राहक कम होने लगे, तो उसने दलाली का धंधा शुरू कर दिया। वह दूसरी लड़कियों से यह धंधा कराने लगी। इसके लिए पटना जंक्शन के पास भी ग्राहक फंसाती थी। यह महिला 6 से 14-15 साल तक की बच्चियों को भी देह के दलालों के हाथ सौंपने से बाज नहीं आ रही है। बताते है कि
नालंदा का तस्कर छोटी बच्चियों को दूसरे राज्यों मे भेजता है.जानकार बताते है कि दूसरे राज्य में
लालजी टोला स्थित देह व्यापार के अड्डे से मुक्त कराई गई अपहृत 8 वर्षीय मासूम का रानी जल्दी ही सौदा करने वाली थी। उसने नालंदा के एक तस्कर से संपर्क किया था, जो देह व्यापार के लिए छोटी बच्चियों को खरीद कर दूसरे राज्यों में बेचता था। पीरबहोर थाने की पुलिस ने शनिवार को बच्ची के अपहरण के आरोप मेंं रेखा को जेल भेज दिया। उसके अड्डे से मिली बच्चियों के बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है।
लालजी टोला के अड्डे से मुक्त कराई गई थीं तीन महिलाएं
वहीं, दूसरी तरफ लालजी टोला में किराए पर मकान लेकर देह व्यापार का संचालन कराने के आरोप में पीरबहोर थाने के दारोगा व अपहरणकांड के जांचकर्ता अमित कुमार के बयान पर गांधी मैदान थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। मौके से देह व्यापार में संलिप्त तीन महिलाओं को मुक्त कराने के साथ ग्राहक नौशाद शेख को गिरफ्तार किया गया है। वहां दो कमरे के फ्लैट से पुलिस ने कई आपत्तिजनक चीजें बरामद की गई है।
कड़ी पूछताछ के बाद भी नहीं उसने असलियत के राज नही खोले है.
सूत्रों की मानें तो जांच में पाया गया कि रेखा पहले खुद ग्राहकों के साथ गलत काम करती थी। हालांकि, उम्र बढऩे के साथ उसके ग्राहक कम होते चले गए, मगर जरूरतें नहीं कमी। तब वह लालजी टोला के अलावा खगौल और फुलवारीशरीफ में किराए पर कमरे लेकर देह व्यापार का संचालन कराने लगी। वह स्टेशन गोलंबर के पास से ग्राहकों को फंसाती थी। अधिक रकम कमाने के लिए उसने वहां भीख मांगने वाली कुछ महिलाओं को शामिल कर लिया और बच्चे चुराने लगी। पुलिस की कड़ी पूछताछ के बावजूद उसने अब तक कितनी बच्चियों को कहां से चुराया है, यह नहीं बताया। रेखा को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
कुछ घंटे पड़ सकते थे भारी
सूत्र बताते हैं कि रेखा ने स्टेशन गोलंबर के पास ही देह व्यापार करने वाली पोस्टल पार्क की एक महिला से संपर्क किया था। वही नालंदा में इस बच्ची को बेचने के लिए तस्कर से सौदा कराने वाली थी। साजिश के तहत शनिवार रात बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस से दोनों महिलाएं अगवा बच्ची को लेकर नालंदा जातीं दिखाई दी थी.मगर पुलिस और मासूम के घरवालों ने शुक्रवार की सुबह उनके अड्डे पर धावा बोल दिया। छापेमारी के वक्त रेखा अड्डे पर नहीं थी। दारोगा अमित कुमार ने उसकी सहयोगी से फोन करा रेखा को वहां बुलाया और दबोच लिया।
यह भी पता चला है कि पुलिस और कालगर्ल के ढुलमुल रबैया और मिलीभगत के चलते यह सब चल रहा है.