काजू-बादाम से ताकतवर है राजस्थानी ड्राई फ्रूट्स की सब्जियां
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
जयपुर। राजस्थान के आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर वीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि केर और सांगरी के फल प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर होते हैं, जो शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालते हैं.इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन C जैसे तत्व होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं.
केर-सांगरी को राजस्थान का ड्राई फ्रूट कहा जाता है. इसकी राजस्थान में पारंपरिक सब्जी बनती है, जो खासतौर पर गर्मियों में खाई जाती है. यह केर और सांगरी (खेजड़ी के पेड़ की फली) से बनाई जाती है, और दोनों ही बेहद पौष्टिक और औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं. गर्मियों के समय सुखी सांगरी और केर को सब्जी राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्र में खूब बनाई जाती है.
आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर वीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि केर और सांगरी दोनों में शीतलता देने वाले तत्व होते हैं, जो शरीर को गर्मी में ठंडा रखते हैं और लू से बचाते हैं. इसके अलावा इसमें फाइबर की मात्रा अच्छी होती है. जिससे कब्ज और गैस की समस्या में राहत मिलती है.
आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर वीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि केर और सांगरी के फल प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर होते हैं, जो शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालते हैं. इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन C जैसे तत्व होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं. वहीं, केर में मौजूद एंटीसेप्टिक गुण त्वचा संबंधी समस्याओं जैसे फुंसी, खुजली आदि में मदद करते हैं. सांगरी में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जिससे यह डायबिटिक लोगों के लिए सुरक्षित होती है. सांगरी में आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम जैसे खनिज पाए जाते हैं, जो शरीर को ताकत देते हैं. खून की कमी दूर करते हैं.
केर-सांगरी की सब्ज़ी एक पारंपरिक राजस्थानी डिश है जो विशेष रूप से सूखे क्षेत्रों में बनाई जाती है. इसे मसालेदार और तीखा स्वाद देने के लिए कई तरह के मसालों के साथ पकाया जाता है. इसके बनाने के लिए केर और सांगरी को रात भर पानी में भिगो दें. सुबह इन्हें अच्छे से धोकर साफ करें। फिर पानी में थोड़ा नमक डालकर उबाल लें. उबलने के बाद पानी निकाल दें. केर-सांगरी को अलग रख लें. इसके बाद कड़ाही में तेल गर्म करें और सबसे पहले हींग, जीरा और सौंफ डालें. फिर हल्दी, धनिया पाउडर और लाल मिर्च पाउडर डालें. अब उबली हुई केर-सांगरी डालें और मसालों के साथ अच्छी तरह मिला लें. मध्यम आंच पर 10-15 मिनट तक पकाएं ताकि मसाले अच्छे से मिल जाएं और स्वाद आ जाए. अंत में अमचूर पाउडर और गरम मसाला डालकर मिलाए और हरी धनिया से गार्निश करें. इसे बाजरे की रोटी, मिस्सी रोटी या पूरी के साथ खाए. यह सब्जी स्वाद में तीखी और चटपटी होती है.
सहर्ष सूचनार्थ नोट्स:-
उपरोक्त खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर सामान्य जानकारी है. इसके उपयोग के पूर्व डॉक्टर्स से परामर्श और सलाह जरुरी है