सैक्स व्यवसाय में ढकेली गई खूबसूरत लड़किया
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
नई दिल्ली। खूबसूरत युवती अफ़रोज़ा को दिल्ली के इसी फ्लैट में सबसे पहले रखा गया था. दक्षिणी दिल्ली की एक व्यस्त सड़क पर जैसे ही गाड़ी एक उज़्बेक दुकान के पास से गुज़रती है, अफ़रोज़ा को वो रास्ते फिर से याद आने लगते हैं जो उन फ्लैटों तक जाते हैं, जहाँ कभी वो बंधक रही थीं.
मूल रूप से उज़्बेकिस्तान के अंदीजान की रहने वाली अफ़रोज़ा जनवरी 2022 में दिल्ली पहुंची थीं. मानव तस्कर उन्हें दुबई-नेपाल के रास्ते दिल्ली लेकर आए थे.
यहाँ उन्हें अलग-अलग फ्लैटों और होटलों में रखा गया और ज़बरदस्ती व्यभिचार कराने को मजबूर किया गया था.इस संबंध में दिल्ली पुलिस और ग़ैर-सरकारी संगठन ‘एम्पॉवरिंग ह्यूमैनिटी’ के एक अभियान के बाद उन्हें रिहा कराया गया था.
अफ़रोज़ा तब से एनजीओ की देखरेख में रह रही हैं और उन मानव तस्करों के ख़िलाफ़ क़ानूनी लड़ाई लड़ रही हैं जो उन्हें उज़्बेकिस्तान से दिल्ली लाए थे.
पूर्वी दिल्ली की डीसीपी अमृता गुलुगोथ कहती हैं, जब तक ये नेटवर्क टूट नहीं जाएगा, पुलिस की कार्रवाई जारी रहेगी
पूर्वी दिल्ली की डीसीपी अमृता गुलुगोथ कहती हैं, “अज़ीज़ा घोषित अपराधी है, दिल्ली पुलिस उसे पकड़ने के लिए एक साल से प्रयास कर रही थी. हमारी टीम को टेक्निकल सर्विलांस और ह्यूमन इंटेलिजेंस के ज़रिए उनके गोवा में होने की जानकारी मिली. एक ऑपरेशन के बाद उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया.”
इस अभियान में शामिल रहे मयूर विहार थाने के सहायक एसएचओ प्रमोद कुमार और उनकी टीम ने 200 से अधिक फ़ोन नंबरों को ट्रैक किया और आख़िरकार अज़ीज़ा शेर तक पहुंच गए. इन मानव तस्करों को पकड़ने के लिए पुलिस को ह्यूमन इंटेलिजेंस यानी अपने ख़ुफ़िया नेटवर्क का भी सहारा लेना पड़ा है.
अफ़रोज़ा अज़ीज़ा अकेली इसकी शिकार नहीं हैं. उन जैसी कई और लड़कियों को अज़ीज़ा के चंगुल से छुड़ाया गया था.
तहमीना इन्हीं में से एक हैं. साल 2020 में दिल्ली आने वाली तहमीना को भी नौकरी का लालच देकर बुलाया गया था. लेकिन यहां पहुंचने के बाद उन्हें भी सेक्स वर्क में धकेल दिया गया.
तहमीना बदला हुआ नाम
तहमीना का एक वीडियो भी दिल्ली पुलिस की जांच का हिस्सा है. इस वीडियो में तहमीना को बुरी तरह पीटा जा रहा है. ये अगस्त 2022 से पहले का वीडियो है और पुलिस जांच के दौरान ये सामने आया है.
इस वीडियो की पुष्टि करते हुए तहमीना कहती हैं, “मैं बॉस अज़ीज़ा के चंगुल में बुरी तरह फंस गई थी. एक बार एक भला ग्राहक मेरे पास आया और मैंने उससे मुझे इस चंगुल से बाहर निकालने की गुहार लगाई.”
“वो मेरी मदद करने के लिए अज़ीज़ा शेर तक पहुंच गया था. इसके बाद मुझे बुरी तरह मारा गया और वीडियो बना लिया गया. ये वीडियो बाक़ी लड़कियों को दिखाया गया ताक़ि वो भी डर कर रहे हैं.”
तहमीना पर इन दिनों गुरुग्राम की अदालत में फॉर्नर्स एक्ट के तहत (बिना वीज़ा के भारत में रहने के आरोप में) मुक़दमा दर्ज है. वो दावा करती हैं कि ये मुक़दमा ब्रोकर ने उन पर करवाया ताक़ि वो भारत में फंसी रहें.इसी तरह अनेक मामले दिल्ली मे पिछले अनेकानेक सालों से चल रहा है.यहां गुप्त रूप से वैश्या व्यवसाय फलफूल रहा है. जिसमे अनेक मानव तस्करी के जरिए लायी गई खूबसूरत लडकियों को बचपन से ही सेक्सी ग्राहकों को रिझाने की सेक्स ट्रेनिंग दी जाती है.