अवैध खाध विभाग के गोदाम पर कृषि अधिकारी ने की छापामार कार्रवाई
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
पांडुरना। अवैध खाद के गोदाम पर कृषि विभाग ने छापामार कार्रवाई की परंतु गोडाउन को शील करना अधिकारी भूल गए इस कार्यवाही पर अनेक सवाल उठ रहे है?
न्यू पांढुरना जिले के सौसर तहसील में अवैध खात बेचने का मामला प्रकाश में आने के बाद मंगलवार शाम कृषि विभाग की टीम ने ग्राम रझाड़ी खापा में किराए के मकान के हाल में लाखों की अवैध खाद और कीट नाशक दवा का भंडारण मिला है। खास बात तो यह है कि कृषि विभाग के अधिकारियों ने अपनी कार्यवाही में मात्र माल धनी को नोटिस देकर 3 दिन में लीगल दस्तावेज के साथ विभाग को सूचित करने के निर्देश दिए है।परन्तु शासकीय कार्यवाही के तहत कृषि विभाग के अधिकारियों की लाफरवाही कहो या भूल या माल धनी को लाभ पहुंचाने की मंशा न तो यह कार्यवाही में मिली अवैध खाद के भंडारण का कोई पंचनामा बनाया, न ही गोदाम को सिली किया नहीं खाद के सेमेपल लिए है? जिसके चलते कृषि विभाग की कार्यवाही पर सवाल उठ रहे है। कृषि विस्तरअधिकारी विनोद लोखंडे ने बताया कि घर के अंदर बड़ा हाल में अवैध खाद कीट नाशक दवा पाई गई है। जांच के दौरान इस अवैध खाद का कोई स्टॉक रजिस्टर मेंटेन नहीं पाया गया ना कोई वैध दस्तावेज़ मिले है।
कृषि विभाग के अधिकारियों इस बड़ी कार्यवाही में ना जीएसटी नंबर मिला ना ही बिल और ना ही कंपनी का कोई बोर्ड यहां चस्पा नहीं मिला है। बताया जाता है कि बाहरी व्यक्ति को कृषि विभाग ने लाइसेंस कैसे जारी किया यह बड़ा सवाल है। माल धनी के उत्तर प्रदेश निवासी अरविंद यादव कर्मचारी की माने तो यह खाद यूपी की कंपनी ‘श्री इंडो गुजरात फर्टिलाइजर’ की है। ऑर्गेनिक खाद, दावा बेचने की अनुमति है।और कंपनी के कर्मचारी सीधे किसानों के पास जाकर खाद बेचते हैं. गोपनीय सूत्रों की माने तो
दरअसल मे खाध गोदाम मे छापामार कार्रवाई के तत्पश्चात अधिकारी और कर्मचारीगण दारु चिकन-टन पार्टी मे मश्गुल थे. इसलिए गोदाम शील करना भूल गए.