विलासपुर। छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में वन विभाग की टीम ने तीन अलग-अलग कार्रवाई करते हुए सागौन की लाखों रुपये की इमारती लकड़ी जब्त की है। इसके साथ पांच आरोपियों को भी पकड़ा गया है। हालांकि एक आरोपी चकमा देकर फरार हो गया। टीम ने तीन वाहनों को भी जब्त किया है। पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। मामला मरवाही वन मंडल का है।
वन विभाग के अधिकरियों को सूचना मिली थी कि कुछ लोग पिकअप वाहन से सागौन की लकड़ी तस्करी कर बिलासपुर की ओर ले जा रहे हैं। इस पर वन विभाग की टीम ने पीपरखूंटी इलाके के जोबा टोला के पास जांच शुरू की। इस दौरान एक पिकअप वाहन को पकड़ा। जांच में पिकअप से सागौन के करीब 18 नग बरामद हुए। पिकअप वाहन की पायलेटिंग कर रही कार भी पुलिस ने जब्त की है
वन विभाग की टीम ने चार आरोपियों पेंड्रा निवासी विनोद मिश्रा, सुशील राठौर, बबलू राठौर और भदौरा निवासी सूरज सिंह राठौर को गिरफ्तार किया है। वहीं अंधेरे का फायदा उठाकर एक आरोपी पेंड्रा निवासी दीपक राठौर भाग निकला। उसको लेकर वन विभाग की टीम पकड़ने की कार्रवाई कर रही है। वहीं बाकी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया है।
एक अन्य मामले में वन विभाग ने गौरेला के अंडर ब्रिज से एक ट्रैक्टर को पकड़ा है। वो खोंगसरा इलाके से अवैध तरीके से इमारती लकड़ी लेकर गौरेला पहुंचा था। टीम ने बरामद लकड़ी की कीमत करीब छह लाख रुपये आंकी है। वहीं गौरेला के बस स्टैंड इलाके में होटल व्यवसायी के कैंपस में दबिश देकर भी इमारती लकड़ी जब्त की गई है। जब्त लकड़ी की कीमत एक लाख रुपये बताई गई है। फिलहाल तीनो ही मामले में मरवाही वन मंडल की टीम आगे की कार्यवाही कर रही है
लाखों की सागौन लकड़ी के साथ पांच लकडी तस्कर और 3 वाहन गिरफ्तार
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