रामलला प्राण प्रतिष्ठा करने वाले 86 वर्षीय मुख्य पुजारी पं लक्ष्मीकांत दीक्षित का निधन
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में अयोध्या मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी. वाराणसी के वरिष्ठ विद्वानों में गिने जाने वाले दीक्षित महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के मूल निवासी थे, लेकिन उनका परिवार कई पीढ़ियों से वाराणसी में रह रहा है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीक्षित के निधन पर दुख जताया है.
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कराने वाले मुख्य पुजारी आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित का शनिवार सुबह निधन हो गया. परिवार के सदस्यों ने बताया कि 86 वर्षीय दीक्षित वृद्धावस्था के चलते उनका निधन हुआ है. उनका अंतिम संस्कार मणिकर्णिका घाट पर किया गया. वाराणसी के चौक इलाके के मंगलागोरी गली में स्थित अपने आवास पर सुबह लगभग 7:00 बजे पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित ने ली अंतिम ली।
उनके अंतिम संस्कार मे बडी संख्या में अयोध्यावासी रामभक्त उपासक नागरिक मौजूद थे। शोकसभा आयोजित की गई उपस्थित समुदाय ने एक मिनट मौन धारण करके ब्रम्ह लीन आत्मा को श्रद्धांजलि एवं आदरांजलि अर्पित की।