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बिस्तर पर लेटे हुए भी भगवन नाम जप किया जा सकता

बिस्तर पर लेटे हुए भी भगवन नाम जप किया जा सकता

टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट

 

नई दिल्ली। महामंडलेश्वर स्वामी श्रीरामकृष्णानन्द सरस्वती जी महाराज के अनुसार अगर कोई व्यक्ति वयोवृद्ध है य अपाहिज है और चल-फ़िर नहीं सकता, तो वह लेटकर भी भगवन नाम जप सकता है.भगवान बडे ही करुणा निधान और सर्वव्यापक परमात्मा हैं.

भगवान के नाम का जप करने के बारे में ज़रूरी बातें यह है कि भगवान को किसी भी स्थिति में याद किया जा सकता है. सोते समय भगवान के नाम का जप करने से आध्यात्मिक और शारीरिक दोनों तरह के लाभ मिलते हैं.

वृद्ध शरीर होने पर पैर फैलाकर माला जाप करने से कोई पाप नहीं लगता है.

गृहस्थ जीवन में रहने वाले लोग उठते-बैठते, चेयर पर या कहीं भी भगवान का नाम ले सकते हैं.

सोते समय किस भगवान का नाम लेना चाहिए? नींद में भगवान का नाम जपने से क्या होता है?इस पर महामंडलेश्वर कहते हैं कि कई लोग रात में सोने से पहले प्रार्थना करते हैं, ध्यान करते हैं या मंत्र जाप करते हैं। लेकिन कुछ लोग सोने से पहले भगवान् का नाम भी जपना चाहते हैं। तो क्या आप जानते हैं कि सोते समय किस भगवान् का नाम लेना चाहिए और रात के समय किस तरह के मंत्रों का जाप लाभकारी होता है? कई लोग नींद में भी नाम जप करते हैं, तो इससे क्या लाभ मिलते हैं?

सोते समय भगवान के नाम का जप करने से आध्यात्मिक और शारीरिक दोनों प्रकार के लाभ मिलते हैं.सोते समय किस भगवान का नाम लेना चाहिए? नींद में भगवान का नाम जपने से क्या होता है?

सोते समय किन मंत्रों को बोलना चाहिए ? नींद में भगवान का नाम जपने से क्या होता है?

रात को सोते समय भगवान के नाम का जप करने से आध्यात्मिक और शारीरिक दोनों प्रकार के लाभ मिलते हैं। लोग पूरे दिन की थकान के बाद रात को सोने जाते हैं, तो चाहते हैं कि वो भगवान का नाम लेकर सोये क्योंकि दिनभर की व्यस्तता के कारण वो भगवान का नाम नहीं ले पाते हैं। हालांकि, रात में नकारात्मक शक्तियां प्रबल होती हैं, तो अधिकतर लोग हनुमान जी का नाम लेना पसंद करते हैं लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है कि आप किसी और भगवान का नाम नहीं ले सकते। सोते समय किस भगवान का नाम लेना चाहिए?

शास्त्रों के अनुसार, भगवन का नाम लेना या सोते समय उनका जप करना आपके मन को शांत रखता है और आपको आत्मिक सुख प्राप्त होता है, जिससे अच्छी और गहरी नींद आती है। केवल इतना ही नहीं भगवान् का नाम जपने से डर कम लगता है और अशुभता का प्रभाव कम होता है। नाम जप से आध्यात्मिक लाभ भी मिलते हैं। लेकिन अगर इस बात को लेकर आप कन्फ्यूज हैं कि सोते समय किस इष्ट या भगवान का नाम लेना सबसे अधिक फलदायी है, तो आपको बता दें कि इसके लिए कोई नियम नहीं है। आप अपनी आस्था के अनुसार किसी भी भगवान का नाम जप सकते हैं या भगवान का नाम लेकर सो सकते हैं।

अकाल मृत्यु और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करते हैं काल भैरव, जानिये कैसे की जाती है भैरव की सिद्धि की पूजा अर्चना और नाम जप शास्त्रों के अनुसार, नाम जप में बहुत ताकत होती है और आपको नाम जप का फल जरूर मिलता है। ऐसा बहुत कम होता है कि कोई नींद में भी भगवान् का नाम ले या जाप करे क्योंकि ऐसा वही कर सकता है, जिसने समाधि की चौथी अवस्था तुरीय अवस्था प्राप्त कर ली हो। लेकिन ऐसे योगियों के अतिरिक्त कोई सामान्य इंसान भी अगर वह ऐसा कर पाता है, तो इसका अर्थ है कि उसके अवचेतन मन में भी भगवान बसे हैं। लोग ऐसी अवस्था पाने के लिए कितने जतन करते हैं क्योंकि अगर आप नींद में भी भगवान् का नाम ले रहे, तो आपको नाम जप का लाभ उस समय भी मिल रहा होगा। अगर उस समय नींद में ही आपकी मौत हो जाती है, तो आपको भगवान् सीधे अपनी शरण में ले लेंगे यानि आपको मोक्ष मिल जाएगा।

पिछले जन्म की सज़ा ।

सोते समय किन मंत्रों को बोलना चाहिए ?

सोते समय आप अपनी आवश्यकतानुसार कुछ मन्त्रों का जाप कर सकते हैं, जो इस प्रकार हैं।।।

“हर हर मुकुन्दे” – इस मंत्र का जाप करने से दिमाग शांत होता है और हर तकलीफ दूर हो सकती है।

“ऊं सा ता ना मा” – यह मंत्र नींद लाने में मदद करता है और अच्छी नींद आती है।

“ऊं गन गणपतये नम:”हरं हरि, साम्भ सदासिव,ऊं नमो भगवते नीलकण्ठ रुद्राय नम: श्री राम जय राम जय जय राम इत्यादि नाम रात को सोते समय इस मंत्र का जाप करने से भय दूर हो सकता है।

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