महाराष्ट्र में मोदी के नाम पर लड़ेंगे चुनाव? महायुति का ‘मिशन 48’ तैयार
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री:सह-संपादक की रिपोर्ट
मुंबई । महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी पक्ष-विपक्ष दोनों ने शुरू कर दी हैं। मुंबई में एक ओर जहां विपक्ष के इंडिया की बैठक हुई, वहीं बीजेपी ने भी बैठकें की। महायुति के घटक दलों ने महाराष्ट्र की 48 सीटों का लक्ष्य रखा है। शिंदे ने मिशन 48 का ऐलान किया है।
मुख्यमंंत्री एकनाथ शिंदे,उप मुख्य मंत्रीद्धय देवेन्द्र फडणवीस, अजित पवार ने नेताओं को दिया जनता
के बीच जाने का मंत्र दिया है। वर्ली के NSCI में बैठक के दौरान जमीनी स्तर पर दिल मिलाने की हुई बात कही गई है। इस मौके पर अजित पवार, शिंदे और फडणवीस ने विपक्ष गठबंधन इंडिया पर निशाना साधा है।
लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी पक्ष-विपक्ष ने जोरशोर से शुरू कर दी है। महाराष्ट्र 48 लोकसभा सीटें जीतने के लक्ष्य के साथ महायुति में भी बैठकों का दौर शुरू हो गया है। महाराष्ट्र में मिशन 48 के तहत शुक्रवार को महायुति के घटक दलों बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी (अजित पवार गुट) की बैठक वर्ली के एनएससीआई में हुई। इस बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार सहित तीनों दलों के विधायक, सांसद और पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक में पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिंदे ने महाराष्ट्र में मिशन 48 की घोषणा की। महायुति की बैठक में तीनों दलों ने एक सुर में कहा कि लोकसभा चुनाव हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर लड़ेंगे। मोदी ने देश का मान पूरी दुनिया में बढ़ाया है, जिसका फायदा महाराष्ट्र को भी मिल रहा है। महायुति महाराष्ट्र की सभी 48 सीटें जीतेगी। शिंदे ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि कुछ नेता है, जो विदेश में जाकर मोदी का नाम लेकर देश को बदनाम करने का काम करते हैं। ऐसे लोग देशद्रोही की श्रेणी में आते हैं, जो लोग इंडिया का एक लोगो (चिन्ह) तैयार नहीं कर सकते, वह क्या नया इंडिया बनाएंगे? ये पार्टियां अपने निजी स्वार्थ और सिर्फ अपने परिवार का भला करने के लिए एक साथ आई हैं। ये कैसी एकजुटता है, जो लोग अब तक अपना नेता घोषित नहीं कर पाए हैं। इससे पता चलता है कि वे कितने एकजुट हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा उनकी सबसे बड़ी विफलता यह है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं खड़ा कर सकते। विपक्ष का ‘इंडिया’ गठबंधन उन लोगों से बना है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति नफरत से भरे हुए हैं।
‘देश के 80 पर्सेंट लोग मोदी के समर्थन में’
शिंदे ने दावा किया कि चाहे वह लालू प्रसाद हों, नीतीश कुमार या अरविंद केजरीवाल हों, वे सभी भ्रष्टाचार के आरोपों और पुलिस शिकायतों का सामना कर रहे हैं। शिंदे ने एक रिसर्च की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि देश में 80 फीसदी लोग मोदी का समर्थन करते हैं। शिंदे के निशाने पर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी रहे।
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जोर देकर कहा कि महायुति के नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाकर केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को बताना चाहिए। विपक्ष सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहा है। इसका हमें आक्रामकता से जवाब देने की जरूरत है। पार्टी पदाधिकारियों को अपने मतभेद भुलाकर लोकसभा चुनाव की तैयारियों में लग जाने की जरूरत है, क्योंकि देश के विकास के लिए मोदी का चुनकर आना जरूरी है। इसमें महाराष्ट्र की 48 सीटों का योगदान अहम होगा। उन्होंने कहा कि महायुति में तीनों दलों का गठबंधन फेविकोल का जोड़ है, यह नहीं टूटेगा। फडणवीस ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के विचार की सराहना करते हुए कहा एक साथ चुनाव कराने से खर्च में कमी आएगी।
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि हम पहले अलग-अलग थे, लेकिन अब साथ-साथ हैं। मेरे, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के बीच कोई मतभेद नहीं है। यह विरोधियों द्वारा उड़ाई गई अफवाह है। ऊपर के लेवल पर (शिंदे, फडणवीस, और अजित पवार) के लेवल पर हमारा दिल मिल गया है, अब हमें ग्राउंड लेवल पर दिल मिलाने की जरूरत है। हमें गावों और कस्बों में जाकर बैठकें लेने की जरूरत है, ताकि लोकसभा और विधानसभा चुनाव में तीनों दल एकजुट होकर जीत दर्ज करें। महायुति के दोनों घटक दलों शिवसेना और एनसीपी ने देश में एक राष्ट्र, एक चुनाव के सिद्धांत को समर्थन दिया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ से जनता का पैसा बचेगा। निर्वाचन आयोग को 2019 के आम चुनावों पर 10,000 करोड़ रुपये खर्च करने पड़े। अजित पवार ने भी इसका समर्थन करते हुए कहा कि यह मौजूदा समय की जरूरत है