MP में लगे भूकंप के झटके

धार्मिक नगरी सिवनी भूकम्प के झटकों से दहशत में? रविवार को 2.8 तीव्रता से आया भूकंप

टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री:सह-संपादक रिपोर्ट9822550220

सिवनी। विश्व विख्यात दण्डी सन्यासी जगतगुरु शंकराचार्य की जन्म भूमि और वैनगंगा का उदगम स्थल मुंडारा मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी सिवनी शहर में एक बार फिर रविवार की रात लगभग 9.20 बजे घरघराहट के साथ जमीन में आए कम्पन से नागरिकों में दहशत फैल गई। वही 2 अक्टूबर सोमवार की सुबह भी जोरदार कंपन हुआ। अब नागरिक शासन प्रशासन से इस मामले सूक्ष्म जांच कर भूकम्प के बार बार आने के कारणों से अवगत कराने की बात कही है।

जिलें के विभिन्न क्षेत्रों में विगत 29 एवं 30 सितम्बर तथा 1 अक्टूबर को भूकम्प के हल्के झटके महसूस किये गये हैं। 29 सितम्बर को महसूस भूकम्प की तीव्रता रिक्टर पैमाने में 2.9 तथा 30 सितम्बर को महसूस भूकम्प की तीव्रता 1.8 दर्ज की गई हैं तथा 1अक्टूबर को रात्रि 9.20 को दर्ज भूकम्प की तीव्रता 2.8 दर्ज किया गया हैं। दर्ज किये गये कम तीव्रता वाले भूकम्पों से जान माल की हानि की संभावना नही हैं।
जिला प्रशासन भारतीय मौसम विज्ञान के वरिष्ठ वैज्ञानिकों के सतत संपर्क में हैं। जिला प्रशासन द्वारा पुलिस, होमगार्ड्स, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य एवं स्थानीय प्रशासन अधिकारी कर्मचारियों को समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित करते हुए अलर्ट पर रहने हेतु निर्देशित किया गया है।

इससे पहले शुक्रवार शाम 6.46 बजे तेज धमाके के साथ धरती कांप गई थी। भूकंप का झटका शहरी इलाकों के साथ आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में महसूस किया गया। हालांकि सीस्मोमीटर में भूकंप दर्ज होने की फिलहाल जानकारी नहीं है। भू वैज्ञानिकों का कहना है कि वर्षा के बाद इस तरह के झटके बीते चार साल से लगातार सिवनी में महसूस हो रहे हैं, जो वर्षा रुकने के कुछ समय बाद स्वतः समाप्त हो जाते हैं।

विवेकानंद वार्डवासी आशीष गुप्ता के मकान की दीवार में आई दरारें आ गई हैं
रविवार रात धरती कांपने की घटना में किसी के हताहत होने या अन्य नुकसान की जानकारी नहीं मिली है। इसी माह 11 सितंबर की रात शहर के कुछ क्षेत्रों में भूकंप का हल्का झटका महसूस किया गया था। रविवार को आया भूकंप का तगड़ा झटका देखकर कुछ सेकंड के लिए लोगों को होश उड़े गए। तेज आवाज के साथ सब कुछ कांप उठा, घर व दुकानों में मौजूद लोग दहशत में आ गए। रहवासियों ने बताया धरती कांपने के साथ ही घर, दुकान और उसमें रखा समानं गड़गड़ाहट के साथ हलचल होने लगी। भूकंप थमने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। जब तक लोग कुछ समझ पाते सब कुछ पहले की तरह सामान्य हो गया। भूकंप के झटके पर इंटरनेट मीडिया में चर्चाओं का दौरा देर रात तक चलता रहा। भूगर्भीय हलचल से लोग भयभीत

वर्षा के बाद शहर में एक बार भूगर्भीय हलचल होने लगी है। इससे कई साल पुराने घरों में रहने वाले लोगों की चिंता बढ़ गई है। भूकंप को लेकर लोग भयभीत नजर आ रहे है। शुक्रवार रात धरती कांपने की घटना शहर के लगभग सभी क्षेत्रों में महसूस की गई। भूगर्भीय हलचल कितने किलोमीटर के दायरे महसूस की गई यह कहना मुश्किल है। गौरतलब है कि 11 सितंबर की रात 9.6 बजे शहर के डूंडासिवनी, शुक्रवारी चौक और कटंगी रोड सहित आसपास के क्षेत्रों में तेज आवाज के साथ कंपन होने से लोग घबराकर घरों से बाहर निकल गए।

हालांकि भूकंप मापी पर रात में कोई भूगर्भीय हलचल दर्ज नहीं हुई है। रविवार को तेज कंपन होने के बाद भी भूकंप मापी में दर्ज नहीं हुआ है। भू वैज्ञानियों का कहना है कि भूगर्भीय हलचल का केंद्र बिन्दु कम गहराई, तीव्रता कम और दायरा सीमित होने के कारण अधिकांश ऐसी हलचल भूकंप मापी रियक्टर पर दर्ज नहीं होती।

चार साल से जारी सिलसिला : भूकंप के हल्के झटके वर्षा के बाद बीते चार सालों से लगातार डूंडासिवनी के चूना भट्टी सहित शहर से लगे कुछ क्षेत्रों में आ रहे हैं। पिछले साल भूगर्भीय हलचल पर जांच करने आए भू विज्ञानियों ने बताया था कि वर्षा का पानी दरारों के जरिए गहराई में पहुंचने के कारण तैयार ऊर्जा के बाहर निकलने से यह झटके महसूस किए जा रहे हैं। बीते तीन सालों में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए है। इनमें से कुछ रिक्टर स्केल पर भी दर्ज हुए हैं।

दो साल पहले भी अक्टूबर- –नवंबर माह में कई बार क्षेत्र के लोगों ने भूकंप जैसे झटके महसूस किए थे, लेकिन रिक्टर स्केल में पांच बार भूकंप के झटके दर्ज हुए थे। वर्ष 2020 में 27 अक्टूबर को रिक्टर स्केल पर सिवनी में पहला भूकंप 3.3 तीव्रता दर्ज किया गया था। इसके बाद 31 अक्टूबर को दिन में दो बार 3.1 व 3.5 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था। नौ नवंबर को सिवनी में रिक्टर पर 3.4 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था।

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