राज ठाकरे आखिर क्यो शामिल हुये मोदी खेमे में? 370 और राम मंदिर पर क्या बोले?

राज ठाकरे आखिर क्यो शामिल हुये मोदी खेमे में? 370 और राम मंदिर पर क्या बोले?

टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट

 

मुंबई । महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के बीच चर्चा में राज ठाकरे का जोरदार भाषण हुआ

मुंबई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे का दिया भाषण चर्चाओं में है. ये पहली बार था जब ठाकरे ने पीएम मोदी के साथ यहां मंच शेयर किया है.

मुंबई के शिवाजी पार्क में राज ठाकरे ने पीएम मोदी के साथ पहली बार मंच शेयर किया. इस बीच उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी बातें रखी. ठाकरे ने कहा, “पंडित जवाहरलाल नेहरू के बाद तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी ठीक 21 साल बाद शिवतीर्थ आए हैं. मुझे मोदीजी के 2014-2019 के कार्यकाल के बारे में जो कहना था, मैंने 2019 में कहा. अब 2019 से अब तक के बारे में बात करते हैं.”

 

राज ठाकरे ने कहा, “अन्य वक्ताओं ने उद्धव ठाकरे और शरद पवार की आलोचना में समय बर्बाद किया. मेरी राय में उनके बारे में बात करने का कोई मतलब नहीं है. क्योंकि वह सत्ता में नहीं आएंगे. लेकिन मैं 2019 से 2024 के दौरान पीएम मोदी के किए गए कार्यों के लिए आपको धन्यवाद देना चाहता हूं.”

 

राम मंदिर पर और कश्मीर पर बयान देते हुए ठाकरे ने कहा, “राम मंदिर बनने की हमारी उम्मीदें टूट गईं लेकिन मोदी जी की वजह से अयोध्या में राम मंदिर खड़ा हो गया और उस आंदोलन में बलिदान देने वाले कारसेवकों की आत्मा को शांति मिली. कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए कई वर्षों से लंबित अनुच्छेद 370 आपकी वजह से हटा. इसलिए ऐसा महसूस हुआ कि भारत के अन्य राज्यों की तरह कश्मीर भी हमारा है.”

 

राज ठाकरे ने तीन तलाक पर कहा, “शाहबानो मामले में सुप्रीम कोर्ट ने गुजारा भत्ता के पक्ष में फैसला सुनाया, लेकिन राजीव गांधी ने कानून पारित कर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट दिया. लेकिन पीएम मोदी ने इन पीड़ित मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से बाहर निकाला, उनके साथ हो रहे अन्याय को हमेशा के लिए दूर किया. उसके लिए आपको साधुवाद.”

 

राज ठाकरे ने पीएम मोदी से की ये मांग

 

मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिले इसकी पुरानी मांग पूरी होनी चाहिए.

मराठा साम्राज्य का इतिहास भारत में लगभग 125 वर्षों तक अस्तित्व में रहा और इसे देश के प्रत्येक स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए.

शिव छत्रपति के स्मारक उनके द्वारा बनवाए गए किले हैं. केंद्र सरकार को इन किलों के संरक्षण पर ध्यान देने के लिए एक विशेष समिति नियुक्त करनी चाहिए.

जैसे आपने देश में अच्छी सड़कें बनाईं, लेकिन हमारा मुंबई-गोवा हाईवे जो पिछले 20 वर्षों से रुका हुआ है, उसे पूरा किया जाना चाहिए.

मैं जानता हूं कि आप संविधान नहीं बदलेंगे लेकिन एक बार फिर आप देश को आश्वस्त कर सकते हैं कि भारत के संविधान पर कोई आंच नहीं आएगी.

आखिरी मांग है मुंबई रेलवे के विकास पर ध्यान देना, ट्रेनों की संख्या बढ़ाना, यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए मुंबई रेलवे को ज्यादा फंड देना

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