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आंखों से चश्मे के बिना दिखता नहीं! रोशनी बढ़ाने का घरेलू आयुर्वेदिक इलाज

आंखों से चश्मे के बिना दिखता नहीं! रोशनी बढ़ाने का घरेलू आयुर्वेदिक इलाज

 

टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट

 

आंंखों की नजर कम रहो रही है चश्मे के बिना दिखता ही नहीं हैं! तदहेतु रोशनी बढाने के लिए कुछ घरेलू उपाय बेहद कारगर साबित हो सकते हैं. अगर आप भी नजर कम होने के कारण चश्मा पहनते हैं तो यहां हम एक ऐसा आयुर्वेदिक नुस्खा बता रहे हैं जो आपके लिए कमाल कर सकता है.

नजर कम हो रही है, नहीं दिखता बिना चश्मे के साफ, तो इस आयुर्वेदिक चीज को आजमाएं

आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आयुर्वेद में कई प्रभावी उपाय हैं।

आयुर्वेद न केवल रोगों के उपचार में बल्कि हमारी ऑलओवर हेल्थ के सुधार में बड़ी भूमिका निभाता है. आजकल बहुत से लोग कमजोर आंखों की रोशनी से परेशान हैं. आंखों का कम उम्र में ही कमजोर होना एक बड़ी विडंबना है. बहुत से ऐसे कारक हैं जिनकी वजह से न सिर्फ यंग लोग बल्कि बच्चों में भी आंखों की रोशनी कमजोर हो रही है. छोटी उम्र से ही लोग चश्मा पहनने लगे हैं. हालांकि हर कोई चाहता है कि आंखों की रोशनी को तेज किया जाए और चश्मा हट जाए, लेकिन कारगर उपायों के बारे में जानकारी न होने से ये बोझ जिंदगीभर चलता रहता है. हालांकि आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आयुर्वेद में कई प्रभावी उपाय हैं, जिनमें से एक है त्रिफला. ये एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक जड़ी है जिसे तीन प्रमुख फलों – आंवला, बिभीतक और हरड़ के मिश्रण से बनाया जाता है. इन फलों का कॉम्बिनेशन नजर बढ़ाने के लिए लाभकारी माना जाता है

 

आंखों के लिए त्रिफला के फायदे

1. आंखों की थकान कम करना: नियमित रूप से त्रिफला का सेवन करने से आंखों की थकान कम होती है और आंखों को आराम मिलता है.

2. आंखों की रोशनी को सुधारना: त्रिफला आंखों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और दृष्टि को सुधारने में सहायक होता है.

3. आंखों के संक्रमण से बचाव: त्रिफला में एंटीऑक्सिडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो आंखों के संक्रमण से बचाव करते हैं.

त्रिफला का उपयोग कैसे करें?

1. त्रिफला चूर्ण: त्रिफला चूर्ण को रात में सोते समय एक गिलास गुनगुने पानी के साथ लेना चाहिए. यह न केवल आपकी पाचन प्रणाली को सुधारता है बल्कि आंखों की सेहत के लिए भी लाभकारी होता है.

2. त्रिफला काढ़ा: त्रिफला काढ़ा बनाकर भी सेवन किया जा सकता है. एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को एक गिलास पानी में डालकर रात भर भिगो दें और सुबह इसे छानकर पिएं.

3. त्रिफला आई वॉश: त्रिफला के काढ़े को आंखों को धोने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है. यह आंखों की जलन और सूजन को कम करने में मदद करता है.

त्रिफला अपने अद्वितीय गुणों के कारण आंखों की रोशनी सुधारने के लिए एक प्रभावी आयुर्वेदिक उपाय माना जाता है. इसे नियमित रूप से अपनी डाइट में शामिल करने से आंखों की सेहत में सुधार होता है.

 

 

आंखों से चश्मे के बिना दिखता नहीं! रोशनी बढ़ाने का घरेलू आयुर्वेदिक इलाज

 

टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट

 

आंंखों की नजर कम रहो रही है चश्मे के बिना दिखता ही नहीं हैं! तदहेतु रोशनी बढाने के लिए कुछ घरेलू उपाय बेहद कारगर साबित हो सकते हैं. अगर आप भी नजर कम होने के कारण चश्मा पहनते हैं तो यहां हम एक ऐसा आयुर्वेदिक नुस्खा बता रहे हैं जो आपके लिए कमाल कर सकता है.

नजर कम हो रही है, नहीं दिखता बिना चश्मे के साफ, तो इस आयुर्वेदिक चीज को आजमाएं

आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आयुर्वेद में कई प्रभावी उपाय हैं।

आयुर्वेद न केवल रोगों के उपचार में बल्कि हमारी ऑलओवर हेल्थ के सुधार में बड़ी भूमिका निभाता है. आजकल बहुत से लोग कमजोर आंखों की रोशनी से परेशान हैं. आंखों का कम उम्र में ही कमजोर होना एक बड़ी विडंबना है. बहुत से ऐसे कारक हैं जिनकी वजह से न सिर्फ यंग लोग बल्कि बच्चों में भी आंखों की रोशनी कमजोर हो रही है. छोटी उम्र से ही लोग चश्मा पहनने लगे हैं. हालांकि हर कोई चाहता है कि आंखों की रोशनी को तेज किया जाए और चश्मा हट जाए, लेकिन कारगर उपायों के बारे में जानकारी न होने से ये बोझ जिंदगीभर चलता रहता है. हालांकि आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आयुर्वेद में कई प्रभावी उपाय हैं, जिनमें से एक है त्रिफला. ये एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक जड़ी है जिसे तीन प्रमुख फलों – आंवला, बिभीतक और हरड़ के मिश्रण से बनाया जाता है. इन फलों का कॉम्बिनेशन नजर बढ़ाने के लिए लाभकारी माना जाता है

 

आंखों के लिए त्रिफला के फायदे

1. आंखों की थकान कम करना: नियमित रूप से त्रिफला का सेवन करने से आंखों की थकान कम होती है और आंखों को आराम मिलता है.

2. आंखों की रोशनी को सुधारना: त्रिफला आंखों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और दृष्टि को सुधारने में सहायक होता है.

3. आंखों के संक्रमण से बचाव: त्रिफला में एंटीऑक्सिडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो आंखों के संक्रमण से बचाव करते हैं.

त्रिफला का उपयोग कैसे करें?

1. त्रिफला चूर्ण: त्रिफला चूर्ण को रात में सोते समय एक गिलास गुनगुने पानी के साथ लेना चाहिए. यह न केवल आपकी पाचन प्रणाली को सुधारता है बल्कि आंखों की सेहत के लिए भी लाभकारी होता है.

2. त्रिफला काढ़ा: त्रिफला काढ़ा बनाकर भी सेवन किया जा सकता है. एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को एक गिलास पानी में डालकर रात भर भिगो दें और सुबह इसे छानकर पिएं.

3. त्रिफला आई वॉश: त्रिफला के काढ़े को आंखों को धोने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है. यह आंखों की जलन और सूजन को कम करने में मदद करता है.

त्रिफला अपने अद्वितीय गुणों के कारण आंखों की रोशनी सुधारने के लिए एक प्रभावी आयुर्वेदिक उपाय माना जाता है. इसे नियमित रूप से अपनी डाइट में शामिल करने से आंखों की सेहत में सुधार होता है.

 

आंखों का रंग बताता है स्वभाव

 

वैसे अक्सर देखने में तेज तर्रार काली और भूरी आँखे ज्यादा होती हैं पर आज हम आपको 6 तरह की आँखों के बारे में बताने जा रहे हैं. आखिर कैसे 6 तरह की आँखों को देखने से आप इंसानों के स्वाभाव का पता लगा सकते हैं.

 

काली आंखें: काली आंखों वाले लोग रहस्यमय होते हैं और उन्हें पूर्वाभास बहुत ज्यादा होता है. वे भरोसे के काबिल होते हैं और राज को राज रखने में माहिर होते हैं. काली आंखों वाले लोग जिम्मेदार और वफादार होते हैं. वे कर्मठ और आशावादी होते हैं.

 

सहर्ष सूचनार्थ नोट्स:-

 

उपरोक्त लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा की राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी नेत्ररोग विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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