बालासाहब ठाकरे का सपना साकार करके उद्धव ठाकरे की टेंशन बढ़ा सकते हैं CM शिंदे?
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
मुंबई । पश्चिम महाराष्ट्र, मराठवाडा मुंबई और विदर्भ के नये और पुराने शिवसैनिकों का मानना है कि CM एकनाथ शिंदे विधान सभा चुनाव के पहले सेना सुप्रीमो स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे के सपनो को साकार करने की कार्रवाई करते हैं तो उनको पुन: मुख्यमंत्री का ताज पहनाया जा सकता है? हालकि यह काम इतना आसान नहीं है। पुराने अनुभव कुशल शिवसैनिकों का कहना है कि CM शिंदे और उद्धव जी ठाकरे के अलावा मनसे प्रमुख राज साहब ठाकरे अगर निकट भविष्य में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनते हैं तो बालासाहेब ठाकरे का सपना जरुर साकार हो सकता है?
हालकि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के बाद सभी पार्टियां विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है. इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना के अध्यक्ष एकनाथ शिंदे ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों का झूठा नैरेटिव चला, लेकिन विधानसभा चुनाव में ऐसा नहीं होने वाला है.
एकनाथ शिंदे ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, ”हम (शिवसेना) 13 सीटों पर लड़े. शिवसेना और शिवसेना (यूबीटी) आमने-सामने लड़ी. सात जगहों पर हम जीते. 19 फीसदी वोट में साढ़े 14 फीसदी हमें मिले. सिर्फ साढ़े चार फीसदी उनको मिले हैं. बाकी वोट कांग्रेस के वोट बैंक और झूठ के नैरेटिव से मिले हैं. ये नैरेटिव विधानसभा चुनाव में नहीं चलेगा.”
शिंदे ने कहा, ”शिवसेना के वोटर्स ने धनुष-बाण (शिवसेना का चुनाव चिह्न) को वोट किया. उन्होंने असली शिवसेना को वोट किया. विधानसभा में यही दिखेगा. कोंकण में यूबीटी को एक भी वोट नहीं मिले, वो (उद्धव ठाकरे) कहते थे कि गढ़ है. संभाजीनगर में कहते थे गढ़ है, वहां उनका उम्मीदवार तीसरे नंबर पर चला गया. कहां रह गया गढ़? जनता ने उनकी जगह, उनको दिखा दिया है.”
एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम चुनाव के लिए नहीं, जनता के लिए काम करते हैं. हम जनता के बीच के लोग हैं. जनता को न्याय देने का काम करते हैं. हम जमीन से जुड़े लोग हैं. मैं सीएम जरूर हूं, लेकिन मैं कार्यकर्ता के तौर पर काम करता हूं.
सीएम ने कहा कि जब वो (उद्धव ठाकरे) कांग्रेस के साथ गए, तभी उन्होंने हिंदुत्व का विचार छोड़ दिया. हिंदुत्व पर बात करने का उन्हें अधिकार नहीं है. वो अपने भाषणों में भी हिंदुत्व की अब बात नहीं करते हैं.
महाराष्ट्र में इस साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले पक्ष-विपक्ष में जमकर वार पलटवार जारी है