अवैध धंधा बर्दाश्त नहीं : पालकमंत्री ने अधिकारियों को दिए निर्देश
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
चंद्रपुर। पालकमंत्री उईके ने की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश
प्राकृतिक संपदा से भरपूर चंद्रपुर जिला को शांतिप्रिय जिले के रूप में जाना जाता है। इसमें कोयला, सीमेंट और अन्य उद्योगों का एक बड़ा नेटवर्क है। इससे लोगों के लिए रोजगार का सृजन होता है।
प्राकृतिक संपदा से भरपूर जिला शांतिप्रिय चंद्रपुर जिले के रूप में जाना जाता है। बिजली उत्पादन केंद्र, कोयला, सीमेंट और अन्य उद्योगों का एक बड़ा नेटवर्क है। इससे लोगों के लिए रोजगार का सृजन होता है। वहीं नागरिक वनोपज पर आधारित उद्योगों के माध्यम से जल, जंगल और जमीन की रक्षा करते हुए अपनी आजीविका कमाते हैं, इसलिए, जिले में आम नागरिकों को असुविधा पहुंचाने वाले या सरकार और प्रशासन को बदनाम करने वाले मामलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रशासन अवैध कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। यह निर्देश जिले के पालकमंत्री डॉ. अशोक उईके ने कोयला खदान प्रभावित क्षेत्रों में नागरिकों के पुनर्वास और समस्या निराकरण के संबंध में हुई समीक्षा बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि जिले में बड़ी मात्रा में कोयला खदानें हैं। इनसे कोयला उत्पादित किया जाता है। इसके लिए ग्रामीणों ने अपनी जमीन परियोजना के लिए दान कर दी।
हालांकि, 15-20 साल बाद भी परियोजना पीड़ितों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है। उनका समुचित पुनर्वास नहीं किया गया। कोयले के अवैध परिवहन, सरकारी आदेश के बावजूद अवैध खनन, ग्रामीणों को धमकाने, किसी को विश्वास में लिए बिना सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने। नौकरियों में स्थानीय लोगों को शामिल न करने की शिकायतें मिली हैं। प्रशासन को इन पर तत्काल ध्यान देना चाहिए और संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
पशु और गुटखा तस्करी पर पुलिस लगाए रोक
बैठक में पालकमंत्री उईके ने कहा कि चंद्रपुर जिला राज्य के अंतिम छोर पर स्थित है और तेलंगाना राज्य की सीमा से लगा हुआ है, इसलिए बड़े पैमाने पर पशु तस्करी और गुटखा तस्करी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। पुलिस को इस मामले पर तुरंत रोक लगानी चाहिए। इसके अतिरिक्त, चूंकि वर्धा और गढ़चिरौली जिले, जो शराबबंदी के अधीन हैं, चंद्रपुर जिले से सटे हुए हैं, इसलिए यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि अवैध शराब की तस्करी नही होना चाहिए।
पुलिस प्रशासन को तत्काल कार्रवाई कर जिले में शराब तस्करों और रेत माफियाओं के खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए। प्रशासन को ऐसे किसी भी व्यक्ति का समर्थन नहीं करना चाहिए जो अवैध गतिविधियों में लिप्त हो। अन्यथा संबंधित अधिकारियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी, ऐसी चेतावनी पालकमंत्री डॉ। अशोक उइके द्वारा दी गई। बैठक में सांसद प्रतिभा धानोरकर, विधायक करण देवतले, जिला अधिकारी विनय गौड़ा जीसी समेत अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे. नगरवासियों ने पालक मंत्री डा अशोक उईके की और फड़णवीस सरकार की भूरि भूरि प्रशंसा की है.