RSS का गढ नागपुर लोकसभा से लड सकती है प्रियंका गांधी चुनाव! अनुशंसा का दौर शुरु
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री:सह-संपादक की रिपोर्ट
नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस की राष्ट्रीय महााचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को कांग्रेस का युवावर्ग भावी प्रधान मंत्री के रुप में देखना चाह रहे है। इसलिए महाराष्ट्र की उपराजधानी और RSS का गढ समझे जाने वाले नागपुर लोकसभा शीट से चुनाव लड़ने की उम्मीद की जा रही है.नागपुर से प्रियंका के चुनाव लड़ने से INDIA गठबंधन के साथ-साथ कांग्रेस को इस तरह बडा ही फायदा मिल सकता है.
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विपक्षी गठबंधन इंडिया एलायंस के साथ-साथ कांग्रेस भी अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगी हुई है. इसी बीच सीनियर कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी के भी अगले लोकसभा के महासमर में उतरने की खबर आई है. प्रियंका के चुनाव लड़ने की संभावनाओं को मजबूती से उनके सचिव आचार्य प्रमोद कृष्णन से बात करते हुए दी है.हालकि इस बात को लेकर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी बेहद खुश नजर आ रहीं है?
अगर ऐसा होता है तो प्रियंका गांधी के महाराष्ट्र की अन्य सभी लोकसभा पर बडा ही प्रभाव पडेगा? और कांग्रेस उम्मीदवारों को जीतने की उम्मीद की जाग रही है. प्रियंका के लोकसभा चुनाव लड़ने से विपक्षी गठबंधन इंडिया के साथ-साथ कांग्रेस को इस तरह बडा ही फायदा मिल सकता है.कांग्रेस मुख्यालय नई दिल्ली के अनुसार अगर प्रियंका गांधी नागपुर लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतरती हैं, तो महाराष्ट्र प्रदेश का पूरा चुनावी गणित बदल सकता है. प्रियंका में सर्वमान्य कांग्रेस नेता के रूप में स्वीकार्य हैं. पूर्व सांसद विलास मुत्तेमवार और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नानाभाऊ पडोले पहले ही प्रियंका को नागपुर से चुनाव लड़ाने की अनुशंसा करते आ रहे हैं. प्रियंका जी को भूत पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के नक्शेकदम पर देखा जा रहा हैं.
हालकि शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के वरिष्ठ नेता सांसद संजय राउत ने प्रियंका गांंधी को वाराणसी में पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारने की अनुशंसा की है?. ऐसा करने से मोदी को कांटे की टक्कर के साथ-साथ रायबरेली, अमेठी की सीट एनडीए के लिए जीतनी मुश्किल हो जाएगा?
वहीं अगर वह लोकसभा में जाती हैं तो भी कांग्रेस और विपक्ष को बड़ा फायदा संभावित है. लोकसभा में विपक्ष की ओर से वह कुशल वक्ता के रूप में सत्तापक्ष की महिलाओं को जवाब देने में सक्षम हैं. टक्कर की विपक्ष में कोई नेता नजर नहीं आ रहा
अभी तक प्रियंका फुलटाइम राजनीति में शामिल नहीं हुईं हैं. कर्नाटक विधानसभा चुनाव से वह ज्यादा सक्रिय नजर आ रही हैं. अगर वह फुल एक्टिव पॉलिटिक्स (लोकसभा चुनाव) में उतरती हैं तो आगामी चुनाव अभियान के प्रचार-प्रसार को काफी मजूबती मिल सकती है. वह कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन की स्टार प्रचारक बन सकती हैं.
कांग्रेस या यूं कहें विपक्षी गठबंधन इंडिया एलायंस के पास क्षेत्रीय स्तर पर तो कई नेता चुनाव कैंपन के लिए हैं, लेकिन राष्ट्रीय क्षितिज पर राहुल गांधी के बाद ये स्थान रिक्त सा नजर आता है. इंडिया एलायंस में वैसे तो बिहार में नीतीश और लालू, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी, मध्य प्रदेश में दिग्विजय और कमलनाथ, राजस्थान में अशोक गहलोत हैं. वहीं दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी के केजरीवाल हैं. प्रियंका के मैदान में आने से संपूर्ण भारत वर्ष के सभी राज्यों में चुनाव अभियान और तेज हो जाएगा. प्रियंका गांधी को नागपुर लोकसभा शीट से चुनाव लड़ने की कानाफूसी खबर से महाराष्ट्र कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है? मानों उनकी खोई हूई और कमजोरी में नई जान आ गई हो?अहमदनगर, औरंगाबाद, लातुर और उस्मानाबाद वासियों में तो नागपुर शीट से प्रियंका चुनाव की संभावित कानाफूसी खबर ने तो बेहद खुशियां उमड पडी है? हालकि कोई पक्का नहीं है? और हो भी सकता है? कुछ कहा भी नहीं जा सकता है?
कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन की कमजोरी हिंदी भाषी राज्य हैं. इनमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड प्रमुख हैं. इन राज्यों में बीजेपी अधिक प्रभावी नजर आती है. प्रियंका गांधी में कांग्रेसी उनकी दादी स्व• इंदिरा गांधी की छवि देखते हैं. इसलिए प्रियंका के प्रति उनका जुड़ाव अपने आप बढ़ जाता है. नागपुर शीट से प्रियंका गांधी के खुलकर चुनावी मैदान में उतरने से नागपुर महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में कांग्रेस का चुनावी गणित बदल सकता है. इसके अलावा कांग्रेस और विपक्ष को एक अच्छा और मजबूत महिला चेहरा मिल जाएगा.जो भावी प्रधानमंत्री पद के लिए अति आवश्यक और उत्तम हो सकता है?