शुगर पेशेंट के लिए रामबाण है यह सफेद मूसली : शरीर में बढ़ेगा इंसुलिन
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
हरिद्वार । आयुर्वेदिक औषधियों का राजा कहा जाने वाली हिमालयीन सफेद मूसली को भारत में सफेद सोना या दिव्य औषधि भी कहा जाता है, यह जड़ी-बूटियों की दुनिया में एक सुपरहीरो की तरह होती है.
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3 डायबिटीज उन हेल्थ कंडीशन में से एक है जिससे आजकल कई लोग परेशान हैं. एक बार जब किसी व्यक्ति को डायबिटीज हो जाता है, तो उसे जीवन भर दवाई लेनी पड़ती है. वहीं, खान-पान के मामले में बहुत सावधानी बरतनी पड़ती है. नहीं तो इसके चलते ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं जैसे किडनी और हृदय संबंधी रोग हो सकते हैं. भारत में कई ऐसे औषधीय पौधे हैं, जो इस गंभीर बीमारी में मददगार साबित हो सकते है. इन में से एक है सफेद मूसली.
सफेद मूसली एक जंगली पौधा है जिसे आयुर्वेद में की जड़ी-बूटी माना है. इसे अक्सर सफेद सोना या दिव्य औषधि कहा जाता है. सफेद मूसली को वैज्ञानिक रूप से क्लोरोफाइटम बोरिविलियनम के नाम से जाना जाता है. सफेद सोना भारत का एक फेमस औषधीय पौधा है. आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल जीवन शक्ति और प्रतिरक्षा बढ़ाने के लिए किया जाता है. यह महिलाओं और पुरुषों में यौन क्षमता और शारीरिक क्षमता बढ़ाने में मदद करती है.
सफेद मूसली के फायदे
यह दिव्य औषधि डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए फायदेमंद है. सफेद मूसली में मौजूद गुण ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं. यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी काफी फायदेमंद होता है. यह पेट दर्द, पेट में गड़बड़ी, दस्त, और पाचन की समस्या से छुटकारा दिलाती है.
सफेद मूसली महिलाओं में स्तनों में दूध बढ़ाने में मदद करती है. यह पुरुषों और महिलाओं दोनों में मूत्र संबंधी विकारों से राहत दिलाती है. सफेद मूसली का इस्तेमाल आयुर्वेद, यूनानी, और होम्योपैथी जैसी पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों में किया जाता है.
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कई विशेषज्ञों और शोधों का दावा है कि सफेद मूसली के सेवन से कैंसर के रिस्क को कम किया जा सकता है. यह शरीर की इम्यून सिस्टम को प्रभावी तरीके से मजबूत करती है जिससे कैंसर सेल्स के बढ़ने का जोखिम कम होता है और इस गंभीर बीमारी से बचाव होता है.
सफेद मूसली के नुकसान
अत्यधिक कटाई के कारण यह पौधा प्रजाति अब दुनिया भर में संकटग्रस्त प्रजाति बन गई है. सफेद मूसली का सेवन डॉक्टरों और विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए. कुछ लोगों को इस दिव्य औषधि से एलर्जी हो सकती है. इसका सेवन शुरू करने से पहले विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें. सफेद मूसली का सेवन सही अमाउंट में करना चाहिए. बहुत अधिक सेवन से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
सफेद मूसली के गुण
सफेद मूसली में एडाप्टोजेनिक, एंटीऑक्सीडेंट, इम्यूनोमॉड्यूलेटरी, कामोत्तेजक गुण और सूजन-रोधी गुण होते हैं. इन सभी औषधीय गुणों का व्यक्ति के स्वास्थ्य पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है.
(डिस्क्लेमर: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.