Breaking News

धार्मिक

(भाग:313) दिव्य कामधुनु गो माता गोजातीय देवी जिसे नंदिनी सुरभि के नाम से भी जाना जाता है

(भाग:313) दिव्य कामधुनु गो माता गोजातीय देवी जिसे नंदिनी सुरभि के नाम से भी जाना जाता है टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट कामधेनु एक दिव्य गोजातीय देवी के रुप में जाना जाता है जिसे हिंदू धर्म में सभी गायों की माता के रूप में वर्णित किया गया है । इंडोलॉजिस्ट मेडेलीन बिआर्डो के अनुसार, कामधेनु या कामदुह पवित्र गाय का …

Read More »

(भाग:312) तुंगभद्र नदी तटवर्तीय ऋषियों की हड्डियों से निर्मित है ये ऋष्यमूक पर्वतमाला का रहस्य

(भाग:312) तुंगभद्र नदी तटवर्तीय ऋषियों की हड्डियों से निर्मित है ये ऋष्यमूक पर्वतमाला का रहस्य टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट सनातन हिंदू धर्म में ऐसे कईं रहस्यमयी जगहों के बारे में बताया गया है जिनका निर्माण कुछ अलग ही ढंग से किया गया है। लेकिन आज जिस जगह के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जिसके बारे में सुनकर …

Read More »

(भाग:311)त्रेतायुग में 14 साल के वनवास में मर्यादा-पुरूषोत्तम श्रीराम, सीता एवं लक्ष्मण इन 17 जगहों पर ठहरे थे

(भाग:311)त्रेतायुग में 14 साल के वनवास में मर्यादा-पुरूषोत्तम श्रीराम, सीता एवं लक्ष्मण इन 17 जगहों पर ठहरे थे टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट मर्यादा- पुरुषोत्तम श्रीरामचंद्र भगवान की पावन नगरी अयोध्या पुरी में दीपावली के बाद शिव की काशी में भव्य देव दीपावली मनाई गई। मान्‍यता है कि इस दिन देवता धरती पर आते हैं और धार्मिक नगरी काशी में …

Read More »

(भाग:310) मर्यादा-पुरूषोत्तम श्री राम भक्त हनुमान जी महाराज भगवान शंकर जी के ग्यारहवें रुद्र रूप माने जाते हैं

(भाग:310) मर्यादा-पुरूषोत्तम श्री राम भक्त हनुमान जी महाराज भगवान शंकर जी के ग्यारहवें रुद्र रूप माने जाते हैं टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट भगवान शंकर के एक अंश से, वायु के माध्यम से, कपिराज केसरी की पत्नी अंजना में हनुमान का जन्म हुआ। हपवन कुमार जी भगवान श्रीराम की सेवा करने के लिए उनके अवतार में आए, क्योंकि भगवान शंकर …

Read More »

(भाग:309) मर्यादा-पुरूषोत्तम श्रीराम भक्त हनुमान जी महाराज को प्रसन्न करने मंगलवार सर्वोत्तम विधान

(भाग:309) मर्यादा-पुरूषोत्तम श्रीराम भक्त हनुमान जी महाराज को प्रशन्न करने मंगलवार सर्वोत्तम विधान   टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट   बजरंगबली हनुमान जी महाराज की उपासना के लिए मंगलवार का दिन सर्वोत्तम माना जाता है. इस दिन भक्त अपने प्रभू की पूजा-अर्चना कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. हनुमान जी भी अपने सभी भक्तों की हर तरह के संकट से …

Read More »

(भाग:308) पवन पुत्र केशरी नंदन हनुमान की महिमा किसी से भी छिपी हुई नहीं है

(भाग:308) पवन पुत्र केशरी नंदन हनुमान की महिमा किसी से भी छिपी हुई नहीं है टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट मर्यादा-पुरूषोत्तम श्रीराम भक्त हनुमान की भक्ति करने वाला मनुष्य जीवन में कभी दुखी नहीं रहता है. अगर कोई दुख आता भी है तो उनके नाम लेने भर से दूर भाग जाता है. कलयुग में हनुमान जी की भक्ति करने वाला …

Read More »

(भाग:307) कैसे पड़ा मारुती नंदन हनुमान जी महाराज का नाम? कथा बड़ी ही रोचक है

(भाग:307) कैसे पड़ा मारुती नंदन हनुमान जी महाराज का नाम? कथा बड़ी ही रोचक है टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट मारोती नंन्दन हनुमान जी को बहुत शक्तिशाली माना जाता है। कहा जाता है कि भगवान हनुमान जी महाराज एक ऐसे देवता हैं, जिनकी आराधना से बड़ी से बड़ी बाधा तुरंत टल जाती है। बजरंगबली कलयुग के जीवित देव माने गए …

Read More »

कांग्रेस नेता रत्नदीपजी रंगारी ने श्रीवास नगर महादुला के हनुमान मंदिर देवस्थान को भेंट दी

कांग्रेस नेता रत्नदीपजी रंगारी ने श्रीवास नगर महादुला के हनुमान मंदिर देवस्थान को भेंट दी टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट नागपुर। इस वर्ष भी चैत्र शुक्ल की पूर्णिमा तिथि मंगलवार को कोराडी- महादुला के श्री वास नगर हनुमान मंदिर प्रांगण में हनुमान जन्मोत्सव साधारण रुप से मनाया गया।. . इस साल हनुमान जयंती 23 अप्रैल मंगलवार के दिन कांग्रेस के …

Read More »

जय जय जय हनुमान लला की! दुष्ट दलन रघुनाथ कला की हनुमान जन्मोत्सव पर विशेष

जय जय जय हनुमान लला की! दुष्ट दलन रघुनाथ कला की हनुमान जन्मोत्सव पर विशेष टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट नैनीताल: हिंदू धर्म में हनुमान जी महाराज को रुद्र भगवान शिव के 11वें अवतार के रूप में माना जाता है. मान्यता है कि हनुमान जी आज भी अमर हैं और उनकी उपासना करने से बल, बुद्धि, विधा, वैभव, कीर्ति और …

Read More »

(भाग:305)महर्षि वाल्मीकि ने ही माता सीता की पहचान छिपाने के लिए उनका नाम वनदेवी रखा था

(भाग:305)महर्षि वाल्मीकि ने ही माता सीता की पहचान छिपाने के लिए उनका नाम वनदेवी रखा था   टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक   वाल्मीकी रामायण के अनुसार कहा जाता है कि महर्षि वाल्मीकि ने ही माता सीता की पहचान को छुपाने के लिए उनका नाम वनदेवी रख दिया था. धर्म शास्त्रों में कहा गया है कि इसी स्थान पर लवकुश का …

Read More »