राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराजांच्या ५६ व्या पुण्यतिथी निमित्त गुरुकुंज अमरावती जिल्ह्यातील मोझरी येथे श्रध्दांजली कार्यक्रम आयोजित करण्यात आला होता. सर्व गुरुदेव सेवकांनी आशिर्वाद घेतला. यावेळी प्रकाश भालेराव सेवाधिकारी कामठी तालुकाध्यक्ष राजाभाऊ रेवतकर श्री संत रविदास महाराज विचार मंच,बाजीराव ढेंगरे उपाध्यक्ष धनगौरी जेष्ठ नागरिक मंडळ महादुला रामाजी ढेंगरे उपाध्यक्ष ग्रामगीता आश्रम श्रीगुरुदेव सेवा मंडळ महादुला विनोद मिरासे प्रचारक कामठी तालुका गोलु किंद्रे …
Read More »निर्माण श्रमिक को ई-स्कूटर में अनुदान सहायता योजना का लाभ
निर्माण श्रमिक को ई-स्कूटर में अनुदान सहायता योजना का लाभ टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट छिंदवाड़ा।म०प्र० भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल भोपाल के राजपत्र दिनांक 14 जून 2024 के माध्यम से निर्माण श्रमिको हेतु ई-स्कूटर में अनुदान सहायता योजना प्रदेश में दिनांक 19/06/2024 से चलाई जा रही है। जिसके अंतर्गत छिंदवाडा जिले में निर्माण श्रमिक उमेश चंद्रवंशी …
Read More »महात्माओं के नाम के आगे क्यों लगाते हैं श्री श्री 108 एवं श्री श्री 1008
महात्माओं के नाम के आगे क्यों लगाते हैं ‘श्री श्री 108’ एवं श्री श्री 1008 टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट भारतवर्ष सदियों से पूरी दुनिया के लिए अध्यात्म का स़्त्रोत रहा है। वैदिक सनातन हिन्दू धर्म में,श्री श्री “108” एवं श्री श्री 1008 अनंन्त एक पवित्र संख्या माना जाता है जो देवी-देवताओं को समर्पित भगवान शिव जी के समान …
Read More »कालमुद्रा के अभ्यास से संभवत: नकारात्मक शक्तियां नष्ट
कालमुद्रा के अभ्यास से संभवत: नकारात्मक शक्तियां नष्ट टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट कालमुद्रा करने से आंतरिक बदलाव शुरू हो जाते हैं. कालमुद्रा करने से समय, मृत्यु, और जीवन में व्यवहारों पर विचार करने में मदद मिलती है. कालमुद्रा का अभ्यास कम से कम तीन मिनट तक करना बहुत फ़ायदेमंद रहता है. कालेश्वर मुद्रा एक तरह की हस्त मुद्रा है, …
Read More »आज देश के समस्त शक्तिपीठों में की जाती है मां सिद्धिदात्री की उपासना
आज देश के समस्त शक्तिपीठों में की जाती है मां सिद्धिदात्री की उपासना टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट मां सिद्धिदात्री, मां दुर्गा के नौ रूपों में से नौवां और अंतिम रूप माना जाता हैं. मां सिद्धि दात्री को सभी प्रकार की सिद्धियां देने वाली देवी माना जाता है. मां सिद्धिदात्री की पूजा नवरात्रि के नौवें दिन की जाती है. …
Read More »मां कात्यायनी पूजन से कालसर्प दोष से जुड़ी परेशानियां होती हैं दूर
मां कात्यायनी पूजन से काल सर्प दोष से जुड़ी परेशानियां होती हैं दूर टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट मां कात्यायनी का वाहन सिंह है. मां कात्यायनी की चार भुजाएं हैं. मां कात्यायनी का स्वरूप अत्यंत चमकीला और भास्वर नवदुर्गा के छठवें स्वरूप में माँ कात्यायनी की पूजा की जाती है. माँ कात्यायनी का जन्म कात्यायन ऋषि के घर हुआ …
Read More »पापियों-दुष्टों का संहार कर भक्तों की रक्षा करती हैं मां कालरात्रि
पापियों-दुष्टों का संहार कर भक्तों की रक्षा करती हैं मां कालरात्रि टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट नवरात्र में मां कालरात्रि की विशेष रूप से आराधना की जाती है। देवी को प्रसन्न करने के लिए जातक पूजा करते समय लाल, नीले या सफेद रंग के कपड़े पहन सकते हैं। मां कालरात्रि की प्रातः काल सुबह चार से 6 बजे तक …
Read More »स्कंदमाता को मां दुर्गा का सबसे ममतामई रूप
स्कंदमाता को मां दुर्गा का सबसे ममतामई रूप माना जाता है. टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट स्कंदमाता को पद्मासना देवी भी कहा जाता है क्योंकि ये चार भुजाओं वाली मां हैं और कमल के फूल पर विराजमान हैं. स्कंदमाता की गोद में उनके पुत्र भगवान कार्तिकेय बैठे हुए हैं. स्कंदमाता की पूजा से बुद्धि का विकास होता है …
Read More »समस्त रोगों और शोकों का नाश करती है माता कूष्माण्डा देवी
समस्त रोगों और शोकों का नाश करती है माता कूष्माण्डा देवी टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट मां कूष्मांडा, देवी दुर्गा का चौथा स्वरूप हैं. नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा देवी की पूजा की जाती है. मां कूष्मांडा को ब्रह्मांड की उत्पत्ति करने वाली देवी माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि सृष्टि के आरंभ में चारों तरफ़ अंधियारा …
Read More »मां ब्रम्ह चारिणी की मंहिमां अपरम्पार
मां ब्रम्ह चारिणी की मंहिमां अपरम्पार टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट मां ब्रह्मचारिणी ने राजा हिमालय के घर जन्म लिया था। नारदजी की सलाह पर उन्होंने कठोर तप किया, ताकि वे भगवान शिव को पति स्वरूप में प्राप्त कर सकें। कठोर तप के कारण उनका ब्रह्मचारिणी या तपश्चारिणी नाम पड़ा। भगवान शिव की आराधना के दौरान उन्होंने 1000 वर्ष …
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