जल्द लागू होगी समान नागरिक संहिता, मोदी सरकार करेगी बड़ा ऐलान
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
नई दिल्ली। देश में समान नागरिक संहिता जल्द लागू होने वाली है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी सरकार जल्द बडा एलान करने वाले हैं,
केंद्र सरकार अपनी ओर से पूरे देश में समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए कदम उठाएगी. उत्तराखंड ने समान नागरिक संहिता का कानून बनाया जा चुका है. उत्तराखंड के समान नागरिक संहिता को अभी तक किसी ने कानूनी चुनौती किसी अदालत में नहीं दी है.
समान नागरिक संहिता (सेकुलर सिविल कोड) देश में जल्द लागू किया जाएगा. समान नागरिक संहिता के लिए पांच राज्यों ने समितियां बनाईं हैं.इन सभी 5 राज्यों की समितियों की रिपोर्ट शीघ्र आने वाली है.एक-एक कर इन सभी 5 राज्यों में समान नागरिक संहिता का कानून बनाया जायेगा.
सूत्रों का कहना है कि5 राज्यों में समान नागरिक संहिता लागू होने के बाद आखिर में केंद्र सरकार अपनी ओर से पूरे देश में समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए कदम उठाएगी.
इस क्रम में उत्तराखंड ने समान नागरिक संहिता का कानून बनाया जा चुका है.उत्तराखंड के समान नागरिक संहिता को अभी तक किसी ने कानूनी चुनौती किसी अदालत में नहीं दी है.
J&K: समाजवादी पार्टी ने जारी की लिस्ट, 20 सीटों पर उतारे उम्मीदवार
क्या कोई महिला बन सकती है दिल्ली की मुख्यमंत्री? आतिशी का नाम सबसे आगे
जेल से बाहर आते ही केजरीवाल को क्यों देना पड़ा इस्तीफा? ये हैं 2 वजह
स्वतंत्रता दिवस के भाषण में पीएम ने किया था जिक्र
बता दें कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान समान नागरिक संहिता का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने समान नागरिक संहिता पर बार-बार चर्चा की है और कई बार इसे लेकर निर्देश जारी किए हैं और अब केंद्र सरकार जल्द ही समान नागरिक संहिता लागू करने को लेकर कदम उठा सकती है.
पीएम मोदी ने कहा था कि यह जरूरी है कि देश में एक धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता स्थापित की जाए, तभी यह धर्म के आधार पर भेदभाव को खत्म कर सकता है.
क्या है समान नागरिक संहिता?
समान नागरिक संहिता (यूसीसी) सभी नागरिकों के लिए समान कानून प्रस्तावित करती है, चाहे उनका धर्म कुछ भी हो, जिसमें विवाह, तलाक, विरासत, उत्तराधिकार और गोद लेने जैसे मामले शामिल हैं. इसका लक्ष्य इन क्षेत्रों में धार्मिक कानूनों को दरकिनार करते हुए धर्मनिरपेक्ष कानून बनाना है.
उत्तराखंड में भी विधानसभा में समान नागरिक संहिता को लेकर विधानसभा में कानून पारित हो चुका है. इसके साथ ही असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने भी ऐलान किया है कि असम में जल्द समान नागिरक संहिता लागू किया जाएगा.
बता दें कि समान नागरिक संहिता को लेकर पूरे देश में बहस चल रही है और इस बहस के बीच समान नागिरक संहिता लागू करने की केंद्र सरकार योजना बना रही है.