शिवसेना UBT को मिला चुनाव चिन्ह : उद्धव गुट ने बदला अपना निशान
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा के चुनाव के लिए नवंबर महीने की 20 तारीख को वोट डाले जाएंगे। वहीं इसे लेकर तमाम राजनीतिक पार्टियों की तरफ से अपनी तैयारियों और पुख्ता की जा रही है। इधर शिवसेना उद्धव गुट को चुनाव से पहले नया चुनाव चिन्ह मिला है। दरअसल पार्टी ने खुद अपने पुराने चुनाव चिन्ह को बदलने की मांग की थी।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट को संशोधित ‘मशाल’ चुनाव चिन्ह आवंटित किया है। बता दें कि जून 2022 में मौजूदा सीएम एकनाथ शिंदे के अलग होने के बाद शिवसेना विभाजित हुई थी। जिसकी वजह से तत्कालीन सीएम उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी।
लोकसभा चुनाव में जमकर मजाक उड़ाया था।
वहीं हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान, उद्धव गुट के चुनाव चिन्ह ‘मशाल’ को आइसक्रीम कोन जैसा बताया गया था। जिसमें अब, थोड़ा बदलाव किया गया है और चुनाव चिन्ह में स्पष्ट रूप से ‘मशाल’ दिखाया गया है। पार्टी के विभाजन के बाद, चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को मशाल और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को दो तलवारें और ढाल चुनाव चिन्ह के तौर पर दी थी।
शिवसेना को मिले थे पहले ये सभी चुनाव चिन्ह
बता दें कि बाल ठाकरे की तरफ से स्थापित शिवसेना ने 1985 में ‘ज्वलंत मशाल’ चुनाव चिह्न का इस्तेमाल करके सफलतापूर्वक चुनाव लड़ा था। वहीं अपनी स्थापना के बाद से, शिवसेना ने कई चुनाव चिन्हों पर चुनाव लड़ा है। इसमें रेल इंजन, ताड़ के पेड़ों की जोड़ी और तलवार और ढाल। जबकि तीन दशक पहले 1989 में शिवसेना ने लोकसभा में चार सांसदों को भेजा था, तब इसे धनुष-बाण का चुनाव चिह्न दिया गया था।
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को एक ही चरण चुनाव
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, भाजपा और अजीत पवार की एनसीपी से मिलकर बनी महायुति सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रही है, जबकि शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (एसपी) और कांग्रेस की विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) इसे हटाने की कोशिश कर रही है। बता दें कि 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुनाव 20 नवंबर को एक ही चरण में होंगे, जबकि विधानसभा चुनाव के मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी।