शिक्षा के मंदिर में छात्रा से अभद्र व्यवहार से आहत
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
छिन्दवाड़ा। जनजातिय कार्य विभाग द्वारा संचालित कन्या शिक्षा परिसर छिंदवाड़ा स्थित स्कूल में एक माध्यमिक शिक्षक द्वारा नाबालिक छात्रा से अभद्र व्यवहार करने की घटना प्रकाश में आई है मौके पर उपस्थित लोगों द्वारा हंगामा करने पर छात्रा सुरक्षित बच पाई घटना के संबंध में विभाग द्वारा जांच करवाई जा रही है शीघ्र ही दोषी शिक्षक पर कठोर कार्यवाही की जावेगी बहरहाल स्कूल के प्रिंसिपल द्वारा छात्राओं के परिजनों की बैठक आज बुलाई गई है घटना दो दिन पहले की है दोषी शिक्षक पर परिजनों की शिकायत के आधार पर प्रतिवेदन तैयार कर वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपने की तैयारी चल रही है।
इसी प्रकार अध्यापकों द्धारा अन्य खूबसूरत छात्राओं के साथ बदसलूकी करने का कुप्रयास करने का मामला आये दिन प्रकाश मे आ रहे हैं.
एसी स्थिति मे होनहार छात्राओं को चाहिए कि आप बीति घटनाओं की जानकारी छिपाने के बजाय अपनी माता और पिता के ध्यान में लाना चाहिए, परंतु इज्जत और लोकमर्यादा भंग होने के डर से छात्राएं पने अभिभावकों को बतलाने से डरती हैं.
अध्यापक से लेकर प्रधानपाठक इन्हे गुरु का दर्जा प्राप्त हैं. परंतु आधुनिक युग में पाश्चात्य संस्कति का आक्रमण की वजह से अंध वासनाओं के वशीभूत शिक्षक शिक्षा जैसे महान कार्य को कलंकित कर रहे है. समय रहते शासन ने ऐसे निर्लज्ज अध्यापकों पर कठोर कार्रवाई करने की जरुरत है।