धार्मिक

स्कंदमाता को मां दुर्गा का सबसे ममतामई रूप

स्कंदमाता को मां दुर्गा का सबसे ममतामई रूप माना जाता है.   टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट   स्कंदमाता को पद्मासना देवी भी कहा जाता है क्योंकि ये चार भुजाओं वाली मां हैं और कमल के फूल पर विराजमान हैं. स्कंदमाता की गोद में उनके पुत्र भगवान कार्तिकेय बैठे हुए हैं. स्कंदमाता की पूजा से बुद्धि का विकास होता है …

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समस्त रोगों और शोकों का नाश करती है माता कूष्माण्डा देवी

समस्त रोगों और शोकों का नाश करती है माता कूष्माण्डा देवी टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट   मां कूष्मांडा, देवी दुर्गा का चौथा स्वरूप हैं. नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा देवी की पूजा की जाती है. मां कूष्मांडा को ब्रह्मांड की उत्पत्ति करने वाली देवी माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि सृष्टि के आरंभ में चारों तरफ़ अंधियारा …

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मां ब्रम्ह चारिणी की मंहिमां अपरम्पार

मां ब्रम्ह चारिणी की मंहिमां अपरम्पार टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट   मां ब्रह्मचारिणी ने राजा हिमालय के घर जन्म लिया था। नारदजी की सलाह पर उन्होंने कठोर तप किया, ताकि वे भगवान शिव को पति स्वरूप में प्राप्त कर सकें। कठोर तप के कारण उनका ब्रह्मचारिणी या तपश्चारिणी नाम पड़ा। भगवान शिव की आराधना के दौरान उन्होंने 1000 वर्ष …

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मां शैलपुत्री की महिमा और महत्व इस प्रकार

मां शैलपुत्री की महिमा और महत्व इस प्रकार टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट   मां शैलपुत्री की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. मां शैलपुत्री की पूजा से जीवन में स्थिरता आती है. मां शैलपुत्री की पूजा से वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है. मां शैलपुत्री की पूजा से घर में खुशहाली आती है. मां शैलपुत्री की पूजा …

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कोराडी श्रीमहालक्षमी जगदंबा सस्थान में श्रद्धालुओं की भीड उमडी

कोराडी श्रीमहालक्षमी जगदंबा सस्थान में श्रद्धालुओं की भीड उमडी टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट   नागपुर से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जाखापुर कोराडी में मां जगदंबा का अद्भुत मंद‍िर में अश्विन नवरात्र मे आयोजित मनोकामना अखंड ज्योत के दर्शनार्थ श्रद्धालुओं की भीड उमड रही है।मदिरापान और मांसाहार करने वालों को यहां मंदिर मे प्रवेश सर्वथा वर्जित है। महालक्ष्मी …

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श्रद्धा-भक्ति में सबसे बड़ी बाधा है अंहकार का त्याग जरुरी

श्रद्धा-भक्ति में सबसे बड़ी बाधा है अंहकार का त्याग जरुरी टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट   संसार में हम मनुष्य जाति के प्राणी हैं और हमारे जीवन का बस एक ही उद्देश्य होना चाहिए वो है जीवनोपार्जन के लिए कर्म करते हुए केवल अपने इष्ट देव भगवान की श्रद्धापूर्वक उपासना ध्यान और भक्ति करते रहना है। केवल परमात्भा ही है …

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सोमनाथ मंदिर के परिसर में एक साथ 9 धार्मिक ढांचों पर चला बुलडोजर

सोमनाथ मंदिर के परिसर में एक साथ 9 धार्मिक ढांचों पर चला बुलडोजर टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट   सोमनाथ। गुजरात के सोमनाथ मंदिर परिसर में अवैध धार्मिक ढांचे पर डोझर से निर्माण कार्य धराशाई कर दिया गया है। जानिए गुजरात राज्य शासन के निर्देश पर 1400 पुलिसवालों ने कैसे खाली कराई 320 करोड़ की जमीन-जायदाद माहौल देखते ही बनता …

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समस्त दुख का अंत सुखों की प्राप्ति से होता है: कथा व्यास नरेश शर्मा के उदगार

समस्त दुख का अंत सुखों की प्राप्ति से होता है: कथा व्यास नरेश शर्मा के उदगार टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट प्रायागराज। श्रीमद्भागवत कथा व्यास पं नरेश शर्मा ने कहा कि सुख का अंत मानव के दुखों के साथ और दुख का अंत सुखों की प्राप्ति से होता है। दुख के कारण ही प्राणी के धैर्य प्रभुभक्ति की परीक्षा होती …

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अपने स्वर्गवासी पूर्वजों का श्राद्ध करने विदेशों से भारत आते हैं सनातनी हिन्दू

अपने स्वर्गवासी पूर्वजों का श्राद्ध करने विदेशों से भारत आते हैं सनातनी हिन्दू टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट   बौद्धगया । सनातनी हिन्दू धर्म में एक अत्यंत सुरभित पुष्प है कृतज्ञता की भावना, जो कि बालक में अपने माता-पिता के प्रति स्पष्ट परिलक्षित होती है। हिन्दू धर्म का व्यक्ति अपने जीवित माता-पिता की सेवा तो करता ही है, उनके देहावसान …

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कर्मकांण्डी ब्राम्हणों में सर्वाधिक सूतक और पितृ दोष?

कर्मकांण्डी ब्राम्हणों में सर्वाधिक सूतक और पितृ दोष टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट चित्रकूूट। कर्मकांण्डी ब्राह्मणों में मातृ-पितृ दोष और सूतक- दोष ज्यादा रहता है कारण कि कर्मकांण्डी ब्राह्मण काफी संवेदनशील होते हैं।मन में कुछ धारणा बना लेते है बिना मतलब का और खुद भी दुखी रहते हैं और दूसरे को बिना कारण शाप देते रहते हैं जबकि पांच जन …

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