नई दिल्ली : अंंग्रेेजों की कूटनीति और जिन्ना-गांधी की साठगांठ से मुस्लिम लीग की स्थापना हूई और भारत का विभाजन हुआ। नतीजा पाकिस्तान का निर्माण हुआ, परिणामतः हिन्दुओं की महा-दुर्दशा हुई। स्थिती को देखते हुए भारत माता के सच्चे सपूतद्धय पूूज्य पंडित मदनमोहन मालवीय जी एवं महान वीर सावरकर जी ने हिन्दू महासभा का गठन कर सनातन हिन्दुओं के मान-सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा के लिए संघर्षरत रहे| कांग्रेस के महात्मा गांधी के द्वारा पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री जिन्ना को भारत की सम्पदा को नुुकसान पंंहुचाने के लिए मुस्लिम तुष्टिकरण की पराकाष्ठा से आहत होकर आर एस एस के महात्मा नाथूराम जी गोडसे के हाथोॅ कांग्रेस संस्थापक महात्मा गांधी का वध करना पडा? यदि अमरयोद्धा नाथूराम गोडसे यह कदम नहीं उठाते तो हिन्दुस्तान विश्व के मानचित्र से गायब हो सकता था? बाद मे आर एस एस की स्थापना हूई? कुछ वर्षों बाद भारत हिन्दू महासभा को समाप्त करने की नियति से जनसंघ की स्थापना की गई। उसी दिन हिन्दुओं के दुर्भाग्य के भविष्य का निर्माण होना शुरु हो गया? जिसका १९८० मे जनसंघ से भा•ज•पा•का नामकरण हुआ है? सम्पूर्ण जानकारी के लिए गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के पुस्तकालय से दिग्विजयनाथ ग्रंथ को मंगवाकर अध्ययन कर सकते है । आज कांग्रेस ने एक मुस्लिम मंच का निर्माण करके मुस्लिमों को हिन्दुओं के घरों तक पहुंचने का माध्यम बना दिया है? जिसके कारण लब्जेहाद और तंत्र जेहाद अपने चरम सीमा पर है। यह गहन चिंता का विषय है? लब्जेहादियों द्वारा विभिन्न तरीके से धर्मान्तरण करवाकर मानव तस्करी का बड़ा उद्योग साबित हो रहा है| प्राचीन वैदिक कालीन हिन्दू देवस्थलों की भूमि को अवैध रूप से ट्रस्ट बनाकर स्वयं कब्जा करना एवं मुस्लिमों को भी कब्जा करवाना जिसका जीता जागता उदाहरण कानपुर नगर श्रीरामलला ट्रस्ट्र की भूमि जो संघ कार्यालय के पते पर एन जी ओ का रजिस्ट्रेशन कराकर श्रीरामलला ट्रस्ट्र का ट्रस्टियों एवं संघ के पदाधिकारियों ने स्वयं कब्जा कर लिया। यह समझ मे नही आता है कि पाकिस्तान के निर्माता एवं कांग्रेस के संस्थापक करमचंद गांधी को महात्मा की उपाधि दी किसने है?ऐसा महात्मा के लायक कौनसा महान उपक्रम किया है गांधीजी ने? इसीलिए भारतवर्ष की सभी हिन्दू संगठनाएं एक जुटता के माध्यम से वैदिक सनातन हिन्दूओं को जोड़ने का अभियान चलाकर सनातन हिन्दु धर्म की रक्षा करना होगा? वर्तमान परिवेश मे यह साहसिक कदम जरुरी है? उपरोक्त समाचार अच्छा लगे तो हमें धन्यवाद जरुर दीजिए? और यह समाचार अच्छा ना लगे तो कृृपया भूल चूक के लिए हमें क्षमा कीजिएगा। सधन्यवाद
अंग्रेजोॅ की कूटनीति : जिन्ना और गाँधी की साठगांठ से भारत का विभाजन
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