कोंकण के रत्नागिरी, रायगढ़ और सिंधुदुर्ग जिलों में भारी बारिश हो रही है। इसके चलते सभी नदीयों में बाढ़ आने की आ गई है। स्थानी प्रशासन ने लोगों से अलर्ट कर दिया है। खेड़ तालुका प्रशासन ने भी नदी किनारे के निवासियों को सावधान रहने की चेतावनी दी है।
रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और रायगढ़ जिलों में भारी बारिश
जगबुदी नदी में बाढ़ आने की संभावना है।सभी नदियां खतरे के निशान के करीब बह रही
कोंकण के रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और रायगढ़ जिलों में सोमवार दोपहर से भारी बारिश शुरू हो रही है। बारिश के कारण रत्नागिरी जिले के खेड़ में जगबुडी नदी में बाढ़ आने की आशंका है। जगबुदीनदी खतरे के निशान के करीब बह रही है। जगबुड़ी नदी का खतरनाक स्तर सात मीटर है। सोमवार की देर शाम नदी इस खतरे के निशान 6.40 मीटर से अधिक के करीब बह रही थी। ऐसे में खेड़ नगर परिषद प्रशासन ने भोंपा बजाकर खेड़ शहर क्षेत्र में जगबुड़ी नदी के किनारे के लोगों को पहला अलर्ट दिया है।
हर साल जब जगबुड़ी नदी का जल स्तर बढ़ता है, तो नगर परिषद नागरिकों को सूचित करने के लिए भोंपा बजाती है। इस साल पहली बार ऐसा अलर्ट दिया गया है। खेड़ तालुका प्रशासन ने भी नदी किनारे के निवासियों को सावधान रहने की चेतावनी दी है। जगबुड़ी नदी के किनारे स्थित झुग्गियों के लोगों को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है। यदि समय मिला तो खेड़ नगर परिषद प्रशासन ने इन नागरिकों को यहां से हटाने की तैयारी कर ली है। ज्ञातव्य है कि
मुंबई में भारी बारिश ने ढहा दी बिल्डिंग, देखिए कैसे चल रहा लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा है,
खेड़ नगर परिषद की आपातकालीन टीम और प्रशासन तैयार है। नगर परिषद की ओर से अलार्म बजने के बाद, व्यापारियों और नागरिकों ने भी आवश्यक सावधानी बरतनी शुरू कर दी है। यदि रात में बारिश तेज हुई तो गांव में जगबुड़ी नदी में बाढ़ आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। ऐस, संभावना है कि खेड़ तालुका के ऊपरी हिस्से में सह्याद्री घाटी में भारी बारिश के कारण जगबुडी का जल स्तर बढ़ जाएगा।
सडकों और रास्तों पर जलजमाव ने जीना दुर्भर कर दिया है। मूसलाधार हुई बारिश ने प्रशासनिक दावों की खोली पोल कर रख दी है।
कोंकण के चिपलून खेड़ और महाड कस्बों को हर साल मानसून के दौरान बाढ़ का खतरा झेलना पड़ता है। इसमें सबसे पहला अलर्ट इस मॉनसून सीजन के दौरान खेड़ जगबुड़ी नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी को लेकर नागरिकों और व्यापारियों को हलचल मची हूई है।