महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव के लिए हुआ सीटों का बंटवारा!
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
मुंबई। महाराष्ट्र विधान परिषद की राज्यपाल मनोनीत 12 सीटों पर नियुक्ति का निर्णय अंतिम चरण में है, जिसमें बीजेपी को 6 और शिंदे सेना एवं अजित पवार की एनसीपी को 3-3 सीटें मिल सकती हैं। महामंडलों की नियुक्तियों के लिए 50:25:25 का फॉर्म्युला तय किया गया है, जिससे 50% महामंडल बीजेपी को और 25-25% शिंदे सेना एवं अजित पवार गुट को मिल सकती है।
राज्यपाल नामांकित विधान परिषद की 12 सीटों पर नियुक्ति जल्द होना है।
महामंडलों की नियुक्तियों की भी उम्मीद जागी है।
विधानसभा चुनाव से पहले विधानस परिषद पर सीटों का बंटवारा हो सकता है।
महाराष्ट्र विधान परिषद की राज्यपाल मनोनीत 12 सीटों पर नियुक्ति का मामला अपने अंतिम दौर में है। 12 सीटों में से बीजेपी 6 और शिंदे सेना व अजित पवार की एनसीपी को 3-3 सीटें मिल सकती है। दूसरी ओर, महामंडलों की नियुक्तियों का रास्ता साफ़ हो गया है। महायुति की समन्वय समिति की बैठक में 50:25:25% का फॉर्म्युला तय किया है। यानी 50% महामंडल बीजेपी और 25-25% महामंडल शिंदे सेना और अजित पवार को मिलेंगे।
राज्यपाल मनोनीत 12 सदस्यों का मामला कोर्ट में चल रहा है। बताया जा रहा है कि 1 सितंबर को कोर्ट से निर्णय आ सकता है, जिसके बाद नियुक्तियों के बाबत कार्रवाई शुरू होगी। वैसे, इस संबंध में महायुति के तीनों प्रमुख घटक दल बीजेपी, शिंदे सेना और अजित पवार की एनसीपी ने फ़ैसला ले लिया है।
इस संबंध में मुख्यमंत्री आवास वर्षा निवास पर बैठक भी हुई थी। किसके कोटे में कितनी सीटें आएंगी, इसका निर्णय तीनों दलों के प्रमुख नेताओं ने ले लिया है। इसके बाद तीनों दलों के प्रमुख नेताओं से नाम तय कर लिए हैं। किस पार्टी से कौन विधान परिषद जाएगा, इसका ख़ुलासा कोई भी दल करने के लिए तैयार नहीं है। बताया जा रहा है कि यह बहुत ही सीक्रेट रखा जा रहा है। गत दिनों चर्चा के दौरान उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने राज्यपाल मनोनीत सदस्यों की नियुक्त की बात स्वीकार की थी। पवार का कहना था कि तीनों दलों की चर्चा हो चुकी है।
बीजेपी में इन नामों की चर्चा
बीजेपी के कोर्ट से पूर्व विधायक सुधाकर कोहले, राष्ट्रीय सचिव विजया रहाटकर, महिला अध्यक्ष चित्रा वाघ, धार्मिक विभाग के प्रमुख अतुल भोसले और नासिक के बालासाहेब सानप, हर्षवर्धन पाटील के नाम भी चर्चा में है।
महामंडल में उत्तर भारतीयों के लिए उम्मीद
विधान परिषद की राज्यपाल मनोनीत सदस्यों में किसी उत्तर भारतीय नेता के नाम की चर्चा नहीं है। फिर भी बीजेपी उत्तर भारतीय नेताओं को उम्मीद है कि किसी न किसी एक उत्तर भारतीय को बीजेपी राज्यपाल मनोनीत में विधान परिषद ज़रूर भेजेगी। ऐसा नहीं करने पर बीजेपी के उत्तर भारतीय नेता भले ही अंदर ही अंदर छटपटाकर रह जाएं, लेकिन उत्तर भारतीय समाज की ओर से बीजेपी के ख़िलाफ़ ज़रूर आवाज उठेगी। पार्टी को इसका नुकसान आने वाले विधानसभा चुनाव में हो सकता है। लेकिन, इसका तोड़ बीजेपी ने निकाल लिया है, वह ज्यादा से ज्यादा उत्तरभारतीयों को महामंडलों में समाहित करेगा। ताकि उत्तर भारतीय वोटर बीजेपी से नाराज़ नहीं हों।
महाराष्ट्र विधान परिषद में कुल 78 होते हैं। इनमें फिलहाल 27 सीट खाली पड़े हैं। महायुति और उनको समर्थन देने वालों सदस्यों की कुल संख्या 34 है, जबकि महा विकास आघाडी के 17 सदस्य हैं। राज्यपाल मनोनीत 12 सदस्यों की नियुक्त के बाद भी 15 सीट खाली रहेगी।
गणपति तक महामंडल की नियुक्तियां संभव
महायुति समन्वय समिति की गति दिनों बैठक हुई, जिसमें महामंडलों के अध्यक्षों, उपाध्यक्षों और सदस्यों के नियुक्ति का निर्णय लिया गया। इसमें 50% महामंडल बीजेपी को मिलेगी जबकि 25-25% महामंडल शिंदे सेना और अजित पवार के पास होगा। बताया जाता है कि सरकार के एक तबके के लोगों का मानना है कि अगर आगामी विधानसभा चुनाव में महायुति की सरकार नहीं बन सकी, तो कम से कम हमारे लोग महामंडलों में तो रहेंगे। इसके ज़रिए सरकार को घेरा जा सकेगा। महायुति समन्वय समिति के प्रसाद लाड ने बताया कि हमनें निर्णय ले लिया और उसे मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के पास भेज दिया है। जल्द ही वहां से निर्णय ले लिया जाएगा, ताकि महामंडलों की नियुक्ति की जा सके।
राजकुमार सिंह 26 साल से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। निर्भय पथिक, दोपहर का सामना से पत्रकारिता की शुरुआत की। पंजाब केसरी होते हुए नवभारत टाइम्स पहुंचे। 16 साल से नवभारत टाइम्स मुंबई में कार्यरत है। प्राथमिक शिक्षा गांव से ली। आगे की पढ़ाई मुंबई में की। पत्रकारिता में डिप्लोमा किया l वहां बेजानदारूवाला स्कॉलरशिप मिला।पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने के लिए वाग्धारा सम्मान, श्री गणेश शंकर विद्यार्थी स्मृति सम्मान सहित कई पुरस्कार मिले हैं