महाकुंभ में फिर लगी आग : 40 मिनिट में क्या हुआ नुकसान?
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
प्रयागराज। महाकुंभ के सेक्टर-18 में संत हरिहरानंद का शिविर है। शुक्रवार को 11 बजे इसी शिविर में आग लगी।
महाकुंभ के सेक्टर-18 में संत हरिहरानंद का शिविर है। शुक्रवार को 11 बजे इसी शिविर में आग लगी।
महाकुंभ मेला क्षेत्र में शुक्रवार को फिर आग लग गई। इसमें 20-22 पंडाल जल गए। आग इतनी तेज थी कि जब तक दमकल पहुंची, तब तक पूरा पंडाल जल गया। हादसा सेक्टर-18 स्थित शंकराचार्य मार्ग पर हुआ।
यहां संत हरिहरानंद का पंडाल बना है। सुबह करीब 11 बजे अचानक यहां आग लग गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग लगने के बाद सिलेंडर फटने जैसे धमाके हुए।
मौके पर पहुंचे फायर फाइटर्स ने मोर्चा संभाला। अनाउंस करके भीड़ को हटाया। चारों तरफ बैरिकेडिंग की। करीब 40 मिनट में आग पर काबू पाया। घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। अभी तक आग लगने की वजह क्लियर नहीं है।
महाकुंभ में 20 दिन में आग लगने की यह तीसरी घटना है। इससे पहले सेक्टर- 22 और सेक्टर 19 में आग लग चुकी है।
आग इतनी भीषण थी कि धुआं 1 किलोमीटर दूर से दिखाई दे रहा था। –
आग इतनी भीषण थी कि धुआं 1 किलोमीटर दूर से दिखाई दे रहा था।
फायर ब्रिगेड की टीम और RAF के जवान आग पर बुझाने की कोशिश करते हुए।
फायर ब्रिगेड की टीम और RAF के जवान आग पर बुझाने की कोशिश करते हुए।
पानी की बौछार डालकर आग को बुझाते फायर बिग्रेड कर्मी।
पानी की बौछार डालकर आग को बुझाते फायर बिग्रेड कर्मी।
हम लोगों ने भागकर जान बचाई- प्रत्यक्षदर्शी प्रत्यक्षदर्शी ने बताया- आग लगने के बाद अफरातफरी मच गई। कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप ले लिया। धुएं के गुबार उठने लगे। यह देखकर हम लोग डर गए। हम लोगों ने भागकर जान बचाई। कई पंडाल जल कर राख हो गए हैं।
यह तस्वीर आग बुझने के बाद की है। इसमें दिख कि पंडाल पूरी तरह से जलकर राख हो गए हैं।
आग लगने के कारण की जांच की जा रही- SP सिटी
SP सिटी सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया- पंडाल में पर्दे लगे हुए थे। इस वजह से आग तेजी से फैली। आग लगने के कारण अभी स्पष्ट नहीं है। इसकी जांच की जा रही है। आग पर काबू पा लिया गया है। अब कूलिंग का काम किया जा रहा है।
8 दिन पहले सेक्टर- 22 में लगी थी आग
यह तस्वीर 30 जनवरी की है। सेक्टर-22 में आग लगी थ।
30 जनवरी को सेक्टर- 22 में आग लगी थी। इसमें कई पंडाल जल गए थे। फायर ब्रिगेड टीम ने 20 मिनट में आग पर काबू पाया था।
19 जनवरी को भी लगी थी आग, 180 कॉटेज जले थे
यह फोटो 19 जनवरी की है, तब गीता प्रेस के पंडालों में आग लग गई थी।
यह फोटो 19 जनवरी की है, तब गीता प्रेस के पंडालों में आग लग गई थी।
19 जनवरी को शास्त्री ब्रिज के पास सेक्टर 19 में गीता प्रेस के कैंप में ये आग लगी थी। गीता प्रेस के 180 कॉटेज आग में जल गए थे। महाकुंभ प्रशासन के अनुसार, गीता प्रेस की रसोई में छोटे सिलेंडर से चाय बनाते समय गैस लीक होने के कारण आग लगी थी। आग लगने से रसोई में रखे 2 गैस सिलेंडर ब्लास्ट हुए थे। हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई थी।
फायर ऑपरेशन के लिए तैनात है AWT, 50 फायर फाइटिंग पोस्ट महाकुंभ नगरी में फायर ऑपरेशंस के लिए एडवांस्ड फीचर वाले 4 आर्टिकुलेटिंग वाटर टावर (LWT) तैनात की गई हैं। इनमें वीडियो-थर्मल इमेजिनिंग जैसा एडवांस सिस्टम है। इसका इस्तेमाल बहुमंजिली और ऊंचाई वाले टेंट की आग बुझाने के लिए किया जाता है। LWT 35 मीटर की ऊंचाई तक आग बुझा सकती है।
महाकुंभ मेला क्षेत्र को फायर फ्री बनाने के लिए यहां 350 से ज्यादा फायर ब्रिगेड, 2000 से ज्यादा ट्रेंड मैनपावर, 50 अग्निशमन केंद्र और 20 फायर पोस्ट बनाए गए हैं। अखाड़ों और टेंट में फायर प्रोटेक्शन इक्विपमेंट लगाए गए हैं।
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