मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में लगातार 2 दिनों से हो रही भारी बारिश ने कहर बरपा दिया। बैन गंगा नदी ऊफान पर है । बैन गंगा तटवर्तीय गांवों को डूबने का खतरा मंडरा रहा है। जिसके कारण कई नदी नाले उफान पर आ गए हैं। कल जहां केवलारी विकासखंड के खाट खरपड़िया ग्राम में 5 लोग टापू में फंस गए थे। जिन्हें प्रशासन ने निकलवाकर सुरक्षित घर पहुंचा दिया है। वहीं लखनादौन विकासखंड में लगातार बारिश से निचले क्षेत्रों में पानी भर गया। जिसके कारण लोगो को काफी नुकसान हुआ है।
गनेशगंज के समीप डुंगरिया बांध की बाहरी दीवार में छेद होने से पानी रिसाव को देखते हुए डुंगरिया व बदनौर गांव को प्रशासन ने खाली कराया है। यहां के ग्रामीणों को जोगीगुफा व अन्य गांव में सुरक्षित पहुंचाया गया है। वहीं केवलारी थाना अंतर्गत थांवर नदी का जल स्तर बढ़ने से केवलारी का नैनपुर-मंडला जिले से संपर्क टूट गया था और लोग घूमकर आना जाना कर रहे हैं।
सुरक्षा के लिए पुल के पास लोगों को सतर्क करने के लिए सूचना बोर्ड लगाया गया है। वहीं लखनादौन में 110 मिमी बारिश दर्ज की गई। स्थिति को देखते हुए कलेक्टर क्षितिज सिंघल ने जिलास्तर पर जिला बाढ़ आपदा नियंत्रण कक्ष की स्थापना की है। यह नियंत्रण कक्ष 24 घंटे गतिशील रहेगा।
नायब तहसीलदार रामसेवक कोल को जिला बाढ़ आपदा नियंत्रण कक्ष प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। साथ ही पारी वार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। साथ ही अधिकारियों के मोबाइल नम्बर भी सार्वजनिक किये गए हैं। बाढ़ आपदा नियंत्रण कक्ष का कार्यालयीन दूरभाष नंबर 07692-255866 है।
बाढ़ आपदा नियंत्रण कक्ष प्रभारी रामसेवक कोल का मोबाइल नंबर 8358896260 है। जिला प्रशासन ने जिले भारी वर्षा होने के अलर्ट को लेकर आमजनों से अपने घर में सुरक्षित रहने व किसी भी पुल पुलिया, रपटों व नदी नालों को पार न करने, वर्षा के दौरान पेड़ों के नीचे न खड़े रहने की अपील की है। वहीं आज सुबह से बारिश बंद है। लेकिन प्रशासन अलर्ट है और लोगों को सावधानी बरतने की समझाइश दी जा रही है।