छिन्दवाडा(मध्यप्रदेश) : ग्राम खापामिट्ठेखां के कृषक श्री शिशुपाल उसरेठे को ग्रीष्मकालीन फसल कद्दू से मिल रहा है प्रति एकड 40 से 50 हजार रूपये का शुध्द लाभ।
छिन्दवाड़ा जिले के विकासखण्ड छिन्दवाड़ा के ग्राम खापामिट्ठेखां और आस- पास के ग्राम झिरलिंगा, झण्डा, सारना, चारगांव, बनगांव आदि के कृषक लगभग 1000 एकड में कद्दू की खेती कर लाखों रूपये कमा रहे हैं। इन्हीं कृषकों में ग्राम खापामिट्ठेखां के कृषक श्री शिशुपाल उसरेठे द्वारा 2 एकड़ में देसी कद्दू की फसल उगाई गई है जिसमें एक कद्दू का वजन 20-25 से 40-45 किलोग्राम के लगभग प्राप्त हो रहा है जिससे कृषक को 40 से 50 हजार रूपये प्रति एकड का शुध्द लाभ मिल रहा है। कृषक को ग्रीष्मकालीन फसल से अच्छा लाभ प्राप्त होने से वह अत्यंत प्रसन्न है।
ग्राम खापामिट्ठेखां के कृषक श्री शिशुपाल उसरेठे ने बताया कि एक एकड़ में 15 टन कद्दू का उत्पादन होता है जो कि लगभग तीन माह की ग्रीष्मकालीन फसल है। कृषक श्री उसरेठे इस फसल की मार्च में बुआई करके मई-जून तक फसल ले लेते है जिसका औसत खेत से विक्रय मूल्य 5 रूपये प्रति किलोग्राम है। कृषक श्री उसरेठे ने बताया कि वे लगभग 4 से 5 वर्षों से कद्दू की खेती कर रहे है और इससे उन्हें अच्छा लाभ प्राप्त हो रहा है । कृषक श्री शिशुपाल उसरेठे के खेत में ग्रीष्मकालीन कद्दू की फसल का आज उप संचालक कृषि श्री जितेंद्र कुमार सिंह और सह संचालक कृषि अनुसंधान केन्द्र छिन्दवाड़ा डॉ.विजय पराड़कर द्वारा निरीक्षण किया गया। उन्होंने कृषक को जैविक खेती करने का सुझाव भी दिया । विकासखण्ड छिन्दवाडा के ग्राम गुरैया के व्यापारी श्री रोहित यदुवंशी ने बताया कि वे कृषक के खेत से सीधे कद्दू की फसल खरीद कर नागपुर और रायपुर की मंडियों में बेचते हैं जिससे कृषक को फसल का उचित लाभ मिल सके।
बता दें कि यहां का कद्दू गोंदिया,बालाघाट ,जबलपुर और नागपुर मार्केट मे उपलब्ध है। कद्दू की खेती किसानो को मालामाल बना देती है।