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महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में लाडली बहन योजना चर्चा में

महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में लाडली बहन योजना चर्चा में

टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट

 

मुंबई। सी वोटर के सर्वे में लाडली बहना योजना की लोकप्रियता सामने आई है

सीएम के लिए एकनाथ शिंदे पहली पंसद बनकर उभरे

लाडली बहन योजना से क्या सरकार लौटेगी यह सवाल उठ खडा हो रहा है?

महाराष्ट्र चुनाव के बीच एकनाथ शिंदे की सरकार और विपक्ष के लिए जनता के मूड भांपे जा रहे हैं। सी वोटर के सर्वे में सामने आया है कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के बाद हालात बदले हैं। लाडली बहिन योजना गेमचेंजर साबित हो सकती है। महायुति और महागठबंधन में कांटे का मुकाबला हो सकता है। सीएम एकनाथ शिंदे के लिए अच्छी खबर यह है कि वह लोगों की सबसे बड़ी पसंद बनकर उभरे हैं। उन्होंने महा विकास अघाडी के उद्धव ठाकरे को पछाड़ा ही है। अपने सहयोगी देवेंद्र फडणवीस से वह काफी आगे हैं। सर्वे में सीएम पद के लिए की दूसरी पसंद उद्धव ठाकरे के लिए खुशखबरी यह है कि पॉपुलर स्कीम के बावजूद लोग सरकार बदलने के मूड में नजर आ रहे हैं।

अजित पवार के साथ गठबंधन से खुश नहीं हैं वोटर

सी-वोटर के सर्वे में एक खास यह है कि वोटिंग से पहले भी महायुति और बीजेपी के वोटर अजित पवार के साथ गठबंधन को लेकर पशोपेश में हैं। जनता की राय के मुताबिक 49 फीसदी लोग मानते हैं कि अजित पवार के साथ गठबंधन नहीं करने पर बीजेपी का प्रदर्शन ज्यादा बेहतर होता। 36 फीसदी लोग मानते हैं कि एनसीपी से गठबंधन से बीजेपी को फायदा होगा। बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद अजित पवार के प्रदर्शन और बीजेपी की हार के बाद काफी विवाद हुआ था। बीजेपी के कई नेताओं ने अजित पवार को महायुति पर बोझ बताते हुए गठबंधन खत्म करने की मांग की थी। जून 2022 में एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के 40 से ज़्यादा विधायकों के साथ बीजेपी के साथ गठबंधन किया था और महाराष्ट्र में सरकार बनाई थी। बाद में अजित पवार एनसीपी के विधायकों के साथ महायुति में शामिल हो गए।

शिंदे के विकास मॉडल से संतुष्ट, मगर सरकार पसंद नहीं

20 नवंबर को महाराष्ट्र राज्य विधानसभा की सभी 288 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। 23 नवंबर को मतगणना होगी। सर्वे में महाविकास अघाड़ी के लिए राहत की खबर यह है कि भले ही शिंदे सीएम की पहली पसंद हैं, मगर लोग 51 फीसदी लोग शिंदे सरकार के कामकाज के तरीके से नाखुश हैं और सरकार बदलना चाहते हैं। 41 फीसदी लोगों ने महायुति की सरकार को अच्छे नंबर दिए हैं। हालांकि सर्वे में विरोधाभास यह है कि विकास के मुद्दे पर 52.2 प्रतिशत लोगों ने शिंदे सरकार की तारीफ की है। 21.5 प्रतिशत लोगों ने औसत करार दिया है और सिर्फ 23 फीसदी लोगों ने विकास कार्य को खराब बताया है।

लाडली बहिन बन सकती है गेमचेंजर

सर्वे में मुद्दों को लेकर भी कई विरोधाभासी नतीजे सामने आए। 25 फीसदी लोग बेरोजगारी, 19 फीसदी वोटर किसान के मुद्दे और 16 प्रतिशत लोग महंगाई को चुनाव को प्रभावित करने वाले मुद्दे मानते हैं। दूसरी ओर, एकनाथ शिंदे सरकार की लोकप्रिय लाडली बहिन योजना को सबसे अधिक 45 प्रतिशत लोगों ने गेमचेंजर माना है। महाशेतकारी स्कीम को 15 पर्सेंट और ज्योति बा फूले स्कीम को 7.6 पर्सेंट लोगों ने समर्थन दिया है। शेतकारी योजना के तहत भी किसानों को 6 हजार रुपये हर साल मिलते हैं, जबकि लाडली बहिन योजना में हर महीने पात्र महिलाओं को 1500 रुपये मिलते हैं। दिलचस्प यह है कि सरकार की स्कीम की तारीफ करने के बाद भी 23 फीसदी लोग मानते हैं कि मराठा आरक्षण के मुद्दे का असर दिखेगा। 12 पर्सेंट लोगों ने कहा कि वोट मोदी सरकार के कामकाज के आधार पर भी फैसला लेंगे जबकि 6 प्रतिशत लोगों ने महिला सुरक्षा को मुद्दा बताया। सड़क, बिजली,पानी जैसे मुद्दे पीछे छूट गए हैं

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